जहां एक और पूरा देश आजादी दिवस मना रहा है। वीर शहीदों के बलिदानों को याद कर रहा है। वहीं दूसरी और विपक्ष राजनीति कर रहा है। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का एक बयान सामने आया है। ने उन्होंने कहा कि ‘आत्ममुग्ध’ केन्द्र सरकार देश के स्वतंत्रता सेनानियों के महान बलिदानों और गौरवशाली उपलब्धियों को तुच्छ साबित करने पर तुली है। कांग्रेस महान राष्ट्रीय नेताओं को असत्यता के आधार पर कटघरे में खड़े करने के हर प्रयास करेगी।
कटघरे में खड़े करने का प्रयास
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि राजनैतिक लाभ के लिए ऐतिहासिक तथ्यों पर गलतबयानी की जा रही है। तो वहीं गांधी, नेहरू, पटेल, आज़ाद जैसे महान राष्ट्रीय नेताओं को असत्यता के आधार पर कटघरे में खड़े करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन उनकी पार्टी ऐसे हर प्रयास का विरोध करेगी।
आपको बता दें सोनिया गांधी कोविड-19 से संक्रमित हैं। इसलिए वे आज पार्टी मुख्यालय में आयोजित ध्वाजारोहण समारोह में शामिल नहीं हुई। पार्टी की वरिष्ठ एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अंबिका सोनी ने ध्वाजारोहण किया। इसमें पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा इस दौरान एक साथ खड़े दिखाई दिए।
अंतरराष्ट्रीय पटल पर छोड़ी अमिट छाप
हालांकि सोनिया गांधी ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए भारत के उज्जवल प्रजातांत्रिक भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि पिछले 75 साल में भारत ने अपने प्रतिभाशाली भारतवासियों की कड़ी मेहनत के बल पर विज्ञान, शिक्षा, स्वास्थ्य और सूचना प्रौद्योगिकी सहित सभी क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय पटल पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
वहीं भारत ने अपने दूरदर्शी नेताओं के नेतृत्व में एक ओर जहां स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव व्यवस्था स्थापित की। वहीं प्रजातंत्र और संवैधानिक संस्थाओं को मजबूत बनाया।
आगे उन्होंने कहा है कि भारत ने भाषा-धर्म-संप्रदाय की बहुलतावादी कसौटी पर सदैव खरा उतरने वाले एक अग्रणी देश के रूप में अपनी गौरवपूर्ण पहचान बनाई है।
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