आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नए संसद भवन का निर्माण कार्य जारी है..संसद भवन वो इमारत है जहां देश का भविष्य तह किया जाता है..इस संसद भवन की आधारशिला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को रखी थी..
आज उसी संसद भवन की छत पर 6.5 मीटर लंबे कांस्य राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया..इस प्रतीक का अनावरण पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया है..इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद के निर्माण कार्य में लगे कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की..
नए संसद भवन का निर्माण 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में करवाया जा रहा है..इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि नया संसद भवन अक्टूबर-नवंबर 2022 तक समय पर पूरा होने की संभावना है..
आपको बता दें नए संसद भवन में राष्ट्रीय प्रतीक 9500 किलोग्राम के कुल वजन के साथ कांस्य से बना है..इसकी ऊचांई 6.5 मीटर है..राष्ट्रीय प्रतीक के अनावरण के बाद इसके बाद पीएम मोदी ने इस ढाचें को समय पर तैयार करने वाले मजदूरों के साथ बातचीत की..जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने नई संसद के काम में शामिल ‘श्रमजीवियों’ से बात की और उनके स्वास्थ्य और कुशलक्षेम के बारे में जानकारी ली..
8 चरणों में हुआ राष्ट्रीय प्रतीक लगाने का काम
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी भी मौजूद ही रहे ..आपको बता दें नए संसद भवन की छत पर राष्ट्रीय प्रतीक लगाने का काम आठ अलग-अलग चरणों से पूरा किया गया.. इसमें मिट्टी से मॉडल बनाने से लेकर कंप्यूटर ग्राफिक तैयार करना और कांस्य निर्मित आकृति को पॉलिश करना शामिल है..
नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी.. जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी शामिल है..इसी प्रकार, राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी..
नए संसद भवन में भारत की गौरवशाली विरासत को भी दर्शाया जाएगा..देश के कोने-कोने से आए दस्तकार और शिल्पकार अपनी कला और योगदान के माध्यम से इस भवन में सांस्कृतिक विविधता का समावेश कर रहे है..नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्त और ऊर्जा कुशल होगा..
इस साल नए संसद भवन में शीतकालीन सत्र आयोजित करने की उम्मीद
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम इस साल नए संसद भवन में शीतकालीन सत्र आयोजित करने की कोशिश करेंगे.. युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है..निर्माण समय सीमा में केवल सात दिन का अंतराल है, जिसे कवर किया जा सकता है..हमने परियोजना को पूरा करने के लिए अक्तूबर-नवंबर का अनुमान दिया था और मुझे बहुत उम्मीद है कि 2022 का शीतकालीन सत्र नए हरित भवन में आयोजित किया जाएगा..