दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव की सेहत में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। एक बार फिर से राजू को 100 डिग्री बुखार आया है। ऐसे में डॉक्टरों ने वेंटिलेटर ना हटाने का फैसला लिया है। हालांकि, उनकी हार्ट बीट, बीपी और ऑक्सीजन लेवल नॉर्मल है। एक दिन पहले डॉक्टर वेंटिलेटर हटाने पर विचार कर रहे थे। मगर, उनको फिर से बुखार आने पर डॉक्टरों ने अपना फैसला बदल दिया। उनकी तबीयत की मॉनिटरिंग की जा रही है।
शुरू की गईं एंटीबायोटिक दवाएं
राजू के भाई के मुताबिक बुखार आने के चलते फिर से डॉक्टर्स ने एंटीबायोटिक देना शुरू किया है। मगर इस बार एंटीबायोटिक की सामान्य डोज ही दी जा रही हैं। 14 अगस्त को भी बुखार आने के चलते हैवी एंटीबायोटिक दी गई थी, जिसकी वजह से उनकी सेहत और ज्यादा खराब हो गई थी।
दूसरी बार आया फीवर
10 अगस्त को हार्ट अटैक आने के बाद राजू को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। तब से उनका ICU में इलाज हो रहा है। इससे पहले 14 अगस्त को राजू को फीवर आया था। 3 दिन बाद इसमें सुधार हुआ था। इसके बाद राजू के ब्रेन में संक्रमण का पता लगा था।
पत्नी को सिर्फ एक बार मिलने की अनुमति
राजू श्रीवास्तव को बुखार आने के बाद ICU में खास सतर्कता बरती जा रही है। ICU में किसी भी प्रकार का संक्रमण न फैले, इसको लेकर एम्स प्रशासन समय-समय जरूरी कदम उठा रहा है। उनकी तबीयत में हो रहे सुधार के बाद डॉक्टर्स ने पहले पत्नी और बच्चों को जाने की परमिशन दी थी। लेकिन बुखार आने के बाद अब सिर्फ पत्नी शिखा को ही एंट्री दी जा रही है। उनको भी सिर्फ दिन में एक बार ही मिलने दिया जा रहा है। किसी भी संक्रमण से राजू को दूर रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
राजू की सलामती के लिए मजार में पढ़ी गई दुआ
राजू के पीआरओ गर्वित नारंग ने बताया कि गुरुवार को राजू श्रीवास्तव की अच्छी सेहत के लिए रामपुर के बिलासपुर में मजार में दुआ पढ़ी गई। सैय्यद नईम मियां साबरी ने राजू की जल्द ठीक होने के लिए दुआ पढ़ी। वहीं उन्नाव और कानपुर में भी उनके जल्द ठीक होने के लिए लोगों ने भगवान से प्रार्थना की।
23 दिन बाद भी नहीं आया होश
दिल्ली एम्स में एचओडी डॉ. पद्मा श्रीवास्तव और डॉ. अचल श्रीवास्तव की देख-रेख में राजू का इलाज हो रहा है। उनकी पूरी बॉडी ठीक तरह से काम कर रही है। मगर, 23 दिन बाद भी उन्हें होश नहीं आ सका है। उनके करीबी रिश्तेदार ने बताया कि डॉक्टरों ने सारा फोकस अब उन्हें होश में लाने में किया है।