मामला हमीरपुर जिले के परिवहन विभाग का है आपको बता दे की सभी बसों को एंड्रॉयड आधारित नई इलेक्ट्रॉनिक टिकट जारी करने वाली मशीनों से बीते साल से लैस है, इसमें परिवहन निगम के साथ यात्रियों को भी सुविधा हुई है, जहां एक तरफ टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग के साथ रियल टाइम एक्चुअल डाटा मिलने लगा वहीं यात्रियों को टिकट के भुगतान में आने वाली कठिनाइयां भी दूर हो गई।
इस कार्य से नागरिक सेवाओं का डिजिटाइजेशन भी हुआ, बड़ी संख्या में कंडक्टर ई टिकट मशीन यानी इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन से टिकट बनाने में कुशल हो गए लेकिन यह मशीन का सर्वर हैक होने से सिस्टम धड़ाम हो गया, परिचालक को मैनुअल टिकट बनाने के निर्देश दिए गए हैं और रूंटो पर चेकिंग भी की जा रही है।