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पूर्व विधायक ने लड़की के साथ किया गैंगरेप, गिरफ्तारी की जगह पुलिस बना रही सुलह करने का दबाव

Raebareli: पूर्व विधायक ने लड़की के साथ किया गैंगरेप, गिरफ्तारी की जगह पुलिस बना रही सुलह करने का दबाव

ये बात तो आपने सुनी ही होगी अपराध तो अपराध होता है फिर चाहें वो किसी ने भी किया हों। जहां एक तरफ हम पुलिस से अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाते हैं या फिर होने वाले अपराधो पर लगाम कसने के लिए पुलिस की उस वर्दी की ओर देखतें है जो इस देश में बहन बेटियों के लिए 24 घंटे भर तैनात रहती है। पर कई बार यह वर्दी भी साथ छोड़ देती है और अपने कर्तवय से पला झाड़ लेती है।

आपको बता दें कि गैंगरेप से पीड़ित लड़की ने पुलिस पर मामले में सुलह करने का दबाव बनाए जानें का आरोप लगाया है। उसने आगे बताया कि विपक्षियों द्वारा उसके साथ कोर्ट जाते समय जान माल का खतरा होने की आशंका व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक से मदद की गुहार लगाई पीड़िता की माने तो पिछले माह उसके साथ दुराचार किया गया है जिसपर उसने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। अब पुलिस उससे विपक्षियों द्वारा राजनीतिक संरक्षण की बात कहकर उसपर सुलह का दबाव बना रही है। वहीं फिलहाल पीड़िता सरेनी थान क्षेत्र की निवासिनी है।

गैंगरेप से पीड़ित लड़की ने एसपी ऑफीस पहुंचकर गुहार लगाई थी। बता दें कि आरोपीयों के खिलाफ पूर्व विधायक समेत तीन लोगों पर कोर्ट के माध्यम से मुकदमा दर्ज कराया था। लगातार थाने के चक्कर लगाने के बाद जब थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई तो माननीय न्यायालय से मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा 1810 2022 को कोर्ट के आदेश पर पंजीकृत हुआ लेकि विपक्षी ऊंची रसूल वाले होने के कारण पुलिस भी किसी भी तरह की कारेंवाई करने से हिचकीचा रहीं है।और लगातार पीड़ित महिला पर मामले पर सुलाह करने का दबाव बना रही है। पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी न्याय की गुहार जरूर लगाई है। अब देखना यह होगा कि जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण को मजबूत करने के बड़े-बड़े दावे मंचों से कर रहह है क्या उस पर उनके ही अधीनस्थ अधिकारी काम कर पा रहे हैं या नहीं या इसका जीता जागता सबूत है ये मामला। अब देखना यह होगा कि खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारी इस पर गंभीर होते हैं या मामला फाइलों में धूल चाटती रह जाएगी

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