यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गीडा में औद्योगिक विकास प्राधिकरण के स्थापना दिवस के अवसर पर निवेश की 504 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। इससे औद्योगिक विकास की गति बुलेट ट्रेन की तरह तेज होगी। इसके अलावा बाहर दूसरे राज्यों में कमाने जाने वाले युवाओं को रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। सीएम योगी ने इस दौरान 2.60 करोड़ रुपए के 49 विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।
33 वर्ष पहले 1989 को हुई थी गीडा की स्थापना
उन्होंने 1200 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं के निवेशकों को अपने हाथों से भूमि आवंटन का प्रमाण पत्र भी सौपें। पूर्वी उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की दृष्टि से अहम प्लास्टिक पार्क, रेडीमेड गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री का शिलान्यास किया। इन तीन औद्योगिक परियोजनाओं से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार की संभावनाओं को धरातल पर उतारने की यह पहल कहा तक कारगर होगी वह समय बताएगा। 33 वर्ष पहले 30 नवंबर 1989 को अधिसूचित गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण गीडा की स्थापना हुई थी।
20,000 लोगों को रोजगार मिल रहा
वहीं गीडा के उद्यमियों ने बताया कि साल 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की फिजा बदली। फिर उद्यमियों और निवेशकों की नजर गोरखपुर की ओर भी पड़ी। गीडा में सकारात्मक बदलाव का दौर शुरू हो गया। ऐसे ही गीडा का लैंड बैंक बढ़ता गया, तो निवेशकों को सुरक्षित माहौल में आसानी से भूखंड मिलने लगे। आज गीडा में 600 औद्योगिक इकाइयां उत्पादनरत हैं और इनके जरिये करीब 20,000 लोगों को रोजगार मिल रहा है।
‘2017 के बाद सीएम योगी ने विकास ही विकास किया’
औद्योगिक इकाइयों के अलावा 20 शिक्षण संस्थान भी गीडा क्षेत्र में सेवारत हैं। निवेशकों के लिए पसंदीदा स्थल बने गीडा में 173 एकड़ भूमि का आवंटन निवेशकों को किया गया है। इस निवेश से पूर्वांचल सहित बिहार और नेपाल के दक्षिणांचल के लोगों को रोजगार के साधन बनेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 के बाद गीड़ा का विकास ही विकास किया है। आज उनके नाम पर उधमी उद्योग लगाने के लिए गिड़ में तैयार हैं और बड़े पैमाने पर निवेश भी कर रहे हैं।
504 करोड़ के निवेश की परियोजनओं की सौगात
इस बीच गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पवन अग्रवाल का कहा कि वे लोग सीएम योगी आदित्यनाथ के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार थे। गीडा के स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 504 करोड़ के निवेश की परियोजनओं की सौगात दी। उन्होंने बताया कि स्थापना दिवस पर उनका आशीर्वचन भी सभी को मिलेगा। निवेश की परियोजनाओं के साथ वे 189.40 करोड़ रुपये के 32 विकास कार्यों का शिलान्यास तथा 70.24 करोड़ रुपये के 17 विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
शिलान्यास वाली परियोजनाओं में 27.26 करोड़ की लागत से सेक्टर 27 में 132 केवी विद्युत उपकेंद्र निर्माण, 69.58 करोड़ की लागत से सेक्टर 28 में प्लास्टिक पार्क का विकास कार्य, 33.92 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर 13 में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के हाथों 12.06 करोड़ रुपये की लागत से भीटी रावत गीडा सेक्टर 26 में विद्युत उपकेंद्र का लोकार्पण किया जाएगा। गीडा दिवस समारोह में सीएम यॉगी विभिन्न उत्पादों के स्टालों का भी अवलोकन किया।
‘पिछड़ा कहे जाने वाला गीडा विकास के नए सोपान लिख रहा’
वहीं मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को हृदय से बधाई देते हुए अभिनंदन करता हूं। गोरखपुर विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। याद कीजिए 1990 के दशक को। अब पूर्वांचल और पूर्वी यूपी का पिछड़ा कहा जाने वाला इलाका विकास के नए सोपान लिख रहा है। फैक्ट्रियां एक-एक कर बंद हो रही थीं।
उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर से वाराणसी मात्र ढाई घंटे और लखनऊ 3-4 घण्टे में पहुंचने के साथ 12 शहरों के लिए उड़ान है। गोरखपुर से लखनऊ जाने में 7-8 और वाराणसी जाने में 6-7 घण्टे लागते थे। वायु कनेक्टिविटी नहीं थी। ट्रेनों में रिजर्वेशन नहीं मिलता था। खाद कारखाना और पिपराइच शुगर मिल शुरू हो चुकी है। विकास के लिए सकारात्मक सोच होनी चाहिए। 1998 में विकास का जो संकल्प लिया था, आज वो पूरा हो रहा है।
गोरखपुर के प्रत्येक नागरिक का इसमें योगदान हैं। जिन्होंने उस समय के आंदोलनों में साथ दिया था। गोरखपुर स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ व्यापार और उद्योगों के साथ निवेश का हब बन रहा है। मैं निवेश करने वाले सभी उद्यमियों को धन्यवाद देता हूं। उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी गोरखपुर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
‘मातृ शक्ति की ताकत को समाज समझ नहीं पा रहा’
मातृ शक्ति की ताकत को समाज समझ नहीं पा रहा है। घर के साथ स्वावलंबन के लिए केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन की सरकार सुविधा दे रही है। गारमेंट फैक्ट्री के साथ महिलाएं जुड़कर घर के काम के साथ 15 हजार रुपये कमा सकती हैं। बहुत से प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। 1200 करोड़ रुपए का निवेश आज 24 निवेशक के द्वारा किया जा रहा है। 80 फ्लैटेड फैक्ट्री की इकाइयां स्थापित जो रही है।
अपराध और अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति से सख्ती के साथ कार्य किया है। जो लोग गोरखपुर आना चाहते हैं। इसके लिए हमें भी आगे आना होगा। हर उद्यमी और व्यापारी सुरक्षा चाहता है। हमने अपराध और अपराधियों की कमर तोड़ने का कार्य सख्ती के साथ किया है। यूपी में पहले कोई आना नहीं चाहता था। सरकार प्रायोजित अपराध था। गुंडागर्दी, अपराध चरम पर था। आज उद्यमी यूपी में हर निवेशक निवेश करना चाहता है।
‘अब युवाओं को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा’
इंवेस्टर मीट में देश-दुनिया के उद्यमी और निवेशक आएंगे। गोरखपुर के उद्यमी भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग लीजिए। लैंड बैंक बनाइए। गीडा से धुरियापार तक लैंड बैंक लीजिए। निवेशक आएंगे। पैकेजिंग और क्वालिटी पर हमें ध्यान देना होगा। नहीं तो हमारा प्रोडक्ट पिछड़ जाएगा। यूथ और उद्यमियों को सीधे बैंक से लोन के लिए जोड़ना होगा। जब पूर्वी यूपी में रोजगार सुलभ होगा तो यहां से रोजगार के लिए लोग बाहर नहीं जाएंगे। शासन स्तर पर हल होने वाली समस्याओं को भी त्वरित कार्रवाई के लिए पत्र लिखना चाहिए। जिला प्रशासन, उद्योग विभाग और गीडा उद्यमियों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए।