हरदोई जिले में अफसरों की मनमानी और भ्रष्टाचार के मामले है कि रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही एक मामला संडीला से सामने आया है। जहां पर एसडीएम ने सारे नियम और कानून को ताक पर रखकर दो आदेश जारी किए है। जिसमें 10 दिन के लिए खनन माफिया को मिट्टी खनन करने की अनुमति दी गई जिससे लाखों रुपए की लूट की गई। इस बंदरबांट को लेकर जब डीएम को पता लगा तो डीएम ने एसडीएम को नोटिस जारी करते हुए मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।
प्रतिबंध के बाद किस हक से दिया खनन का आदेश
दरअसल डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने एसडीएम संडीला देवेंद्र पाल सिंह को लिखा है कि 14 मई 2022 को बरजर पेंट इंडिया इंडस्ट्रियल एरिया में 7 हजार घन मीटर मिट्टी खनन का आदेश आपके ने दिया था। जबकि जनपद भर में जिला अधिकारी के आदेश से खनन पर प्रतिबंधित लगाया गया था। इसके बाद भी आपने 10 दिन की अनुमति प्रदान की।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने अपने नोटिस में लिखा कि यूपी शासन भूतत्व एवं खनिकर्म अनुभाग लखनऊ के शासनादेश संख्या 1542/ 86, 2020 के अंतर्गत साधारण मिट्टी को मात्र 100 घन मीटर से अधिक नहीं खोदो जा सकता।

लेकिन इसके बावजूद भी 7 हजार घन मीटर अवैध खनन का आदेश आपने किस अधिकार से कर दिया। इस मामले को लेकर 3 दिन के अंदर कारण अपने हस्ताक्षर के साथ बताओ नोटिस लिखित डीएम के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि शासन के निर्देशों के बावजूद हरदोई में अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है। हरदोई में चार्ज संभालते ही जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बकायदा एक चिट्ठी जारी करते हुए तमाम उप जिला अधिकारी को निर्देश दिए थे कि किसी भी सूरत में खनन नहीं होगा।
धरती का सीना चीर कर निकाली मिट्टी

लेकिन इसके बाद भी एसडीएम देवेंद्र सिंह ने खनन के आदेश दिए। वो भी थोड़ा-बहुत नहीं बल्कि 10 दिन तक तकरीबन 7 हजार घन मीटर तक खनन का आदेश दिए गया। जबकि खुदाई लगभग 15 हजार घन मीटर तक की गई। धरती का सीना चीर कर अधिक मिट्टी निकाली गई। खनन में लाखों की लूट की हैं।
इस कारनामे की पोल खुलने के बाद अब अधिकारी बगले झांकते घूम रहे हैं। वही प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो एसडीएम पर जल्द ही बड़ी कार्यवाई शासन द्वारा अमल में लाई जा सकती है।