हाथरस से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां के इंग्लिश मीडियम बीएलएस स्कूल में बच्चों को नमाज की प्रैक्टिस कराई जा रही थी। लेकिन अब स्कूल प्रशासन को नमाज की प्रैक्टिस करवाना भारी पड़ गया। दरअसल बच्चों के परिजनों ने हिन्दू वादी नेताओं के साथ मिल कर स्कूल स्टाफ का विरोध शुरू कर दिया। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिजन स्कूल के गेट पर स्कूल प्रेंसिपल का शराब पीते हुए फोटो ले कर हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे है। प्रदर्शन कर रहे परिजनों की मांग है कि जिलाधिकारी मौके पर आ कर स्कूल स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें।
परिजन मनोज अग्रवाल ने बताया कि पहले हमारे बच्चों के हाथों से कलावे हटा दिया गया, फिर बच्चों की मेंहदी पर प्रतिबंध लगा दिया और अब बुर्का पहना कर फातिया पढ़ाया जाता है। परिजनों का गुस्सा सुबह से आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। वहीं हिंदूवादी नेता दीपक शर्मा की मांग है की स्कूल प्रबंधक पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
आंदोलन की सूचना मिलते ही पुलिस के साथ जनपद के आला अधिकारी मौके पर पहुंच शांत करने में जुटे है। स्कूल के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है। हालांकि स्कूल प्रशासन द्वारा प्रेंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है।
वहीं स्कूल प्रशासन द्वारा इस प्रकरण में खेद व्यक्त किया गया है। इस प्रकरण में शामिल प्रिसिपल सोनिया और दो शिक्षक इरफान इलाही और रिजवान को निष्कासित कर दिया है। वहीं इस मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने जांच कमेटी बनाई है। एसडीएम सदर को जांच कमेटी का अध्यक्ष और डीआईओएस को सदस्य बनाते हुए पांच दिनों के भीतर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।