भारत के चुनावों में धरती पकड़ का नाम हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है। एक ऐसा नेता जो ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्रपति चुनाव तक सभी में अपनी किस्मत आजमा चुका है, लेकिन अब तक उसे कहीं भी सफलता नहीं मिली है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी पेश करने वाले हर्षवर्धन सिंह को भी यूएस में भारतीय मूल का धरतीपकड़ कहा जा रहा है। इसकी वजह यह है कि भारतीय मूल के हर्षवर्धन सिंह अमेरिका में मेयर से लेकर सांसद तक का चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन तीन चुनावों में से उन्हें किसी में भी सफलता नहीं मिली है। अब हर्षबर्धन ने 2024 में होने जा रहे प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए दावा ठोक दिया है। हर्षवर्धन रिपब्लिकन पार्टी के बेहद पुराने कार्यकर्ता हैं।
बता दें कि हर्षवर्धन सिंह मूलरूप से बुलंदशहर के स्याना तहसील के गांव सौंजना रानी के निवासी हैं, उनके दादा भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद डॉ. नौनिहाल सिंह भी रह चुके हैं। उनकी दावेदारी से कैराना से लेकर बुलंदशहर के गांव सौजना तक खुशी की लहर है।
कैराना संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद रहे और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे स्व. हुकुम सिंह की पुत्री और भाजपा नेत्री मृगांका सिंह ने बताया कि करीब 40 वर्षों से उनकी बहन नंदिता सिंह और बहनोई त्रिभुवन सिंह परिवार के साथ अमेरिका के न्यूजर्सी में रहते हैं। वहां उनका बड़ा कारोबार है। उनके 38 वर्षीय बेटे हर्षवर्धन सिंह ऐरोनॉटिकल इंजीनियर हैं और धीरे-धीरे राजनीति में आ गए।
बुलंदशहर के हैं मूल निवासी, दादा रहे हैं राज्यसभा सांसद
हर्षवर्धन सिंह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के मूल निवासी हैं, और भाजपा के राज्यसभा सांसद रहे डॉ. नौनिहाल सिंह के पौत्र हैं। उनका परिवार मूलरूप से बुलंदशहर जिले के सौंजना रानी गांव का रहने वाला है। उनके दादा नौनिहाल सिंह वर्ष 1992 से 1998 तक भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद रहे।
2017 में संभाली थी मृगांका के चुनाव प्रचार की कमान
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कैराना से भाजपा ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को प्रत्याशी बनाया था। उस समय अमेरिका से कैराना आकर डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने अपने नाना हुकुम सिंह के साथ मौसी मृगांका सिंह के चुनाव के प्रचार की कमान संभाली थी। कंडेला सहित कई गांवों में घर-घर जनसंपर्क किया गया था। उस दौरान की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। इससे पहले डा. हर्षवर्धन सिंह वर्ष 2014 के लोस चुनाव में भी अपने नाना के चुनाव प्रचार में आए थे। पिछले साल अपनी भारत यात्रा के दौरान भी वह कैराना आए थे।