आज भारत को जी 20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता मिल गई है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को G-20की अध्यक्षता सौंपी। शिखर सम्मेलन के समापन सत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया और कहा कि दुनिया को जी 20 से काफी उम्मीदे है और वेश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव ही नहीं है। G-20 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत G-20 का जिम्मा ऐसे समय ले रही है जब विश्व जियो पॉलिटिकल तनावों, आर्थिक मंदी और ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों और और महामारी के दुष्प्रभावों से एक साथ जूझ रहा है। ऐसे समय विश्व G-20 के तरफ आशा की नज़र से देख रहा हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपनी G-20 अध्यक्षता के दौरान इंडोनेशियाके सराहनीय इनिशिएटिव यानी पहल को आगे बढ़ाने का भरसक प्रयत्न करेगा। भारत के लिए यह अत्यंत सुखद संयोग है कि हम G-20 का दायित्व इस पवित्र द्वीप, बाली में ग्रहण कर रहे है। भारत और बाली का बहुत ही प्राचीन रिश्ता है। आज आवश्यकता है कि विकास के लाभ सर्वस्पर्शी और समावेळी हों। हमें विकास के लाभों को ममभाव और समभाव से मानव मात्र तक पहुंचाना होगा। वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है।

पीएम मोदी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मैंं आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत की G-20 अध्यक्षता समावेशी, महात्वकांक्षी, निर्णायक और क्रिया- उन्मुख होगी। हमारा प्रयत्न रहेगा की G-20 नए विचारों की परिकल्पना और सामूहिक एक्सन को गति देने के लिए एक ग्लोबल प्राइम मूवर की तरह काम करेगा। पीएम ने कहा वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है। हमे अपने G-20 एजेंडा में महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता देनी होगी। बाली में G-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में PM नरेंद्र मोदी ने कहा, “G-20 की अध्यक्षता हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। हम अपने विभिन्न शहरों और राज्यों में बैठके आयोजित करेंगे। हमारे अतिथियों को भारत की अद्भुदता, विविधता, समावेशी परंपराओं और सांस्कृतिक समृद्धि का पूरा अनुभव मिलेगा।’