छिबरामऊ विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनीधरपुर नगरिया में पति-पत्नी के बीच हुए विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम को फौजी और उसके साथियों ने दौड़ा दौड़ाकर पीटा। जिसमें थानेदार सहित सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि इस मामले में अभी कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि विशुनगढ थाना क्षेत्र के गांव धरनीधरपुर नगरिया के रहने वाले सुभाष चन्द्र यादव के दो बेटे फौजी हैं। दोनों होली के त्यौहार पर घर आए हुए हैं। शनिवार रात बड़े बेटे सोनू का अपनी शिक्षक पत्नी प्रतीक्षा के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया पत्नी ने अपने पति की पिटाई से भयभीत होकर मामले की सूचना डायल 112 पुलिस को दी।

सूचना पर पहुंची पीआरबी 1654 के पुलिस कर्मियों ने पड़ताल की। जांच के दौरान पुलिस का फौजी से विवाद हो गया। जिसके बाद फौजी के परिजनों ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस के साथ मारपीट की सूचना पर थानाध्यक्ष किशनपाल भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
थानेदार का भी टूटा हाथ
इसके बाद थानेदार ने आरोपी फौजी को पकड़ने का प्रयास किया तो परिजनों ने उनपर भी हमला बोल दिया। पुलिस के साथ मारपीट की भनक लगते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। तभी लोगों के आक्रोश को भांपते हुए पुलिस ने आरोपी फौजी को खींच कर कार में डाल लिया।

हालांकि इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। जिससे थानाध्यक्ष किशनपाल, दरोगा सुदेश कुमार, अमित कुमार, अंकित, कुलदीप सिपाही उमेश कुमार, शिशांक घायल हो गए। थानेदार का हाथ टूट गया। इस बीच सीओ दीपक दुबे ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गांव में डर का माहौल
वहीं पुलिस के साथ हुई घटना के बाद से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। कई लोग घरों पर ताला लगाकर गांव छोड़कर चले गए हैं। वहीं आस-पास के गांव में भी लोग डरे हुए हैं।

पुलिस को देखते ही लोगों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए हैं। जिसके बाद अब क्षेत्र में डर का माहौल है।