देश में एक तरफ बागेश्वर बाबा की चर्चा तो लगातार हो ही रही है। अभी इस बाबा पर फुलस्टॉप लगा ही नहीं था कि अब एक और बाबा भी चर्चा का विषय बन गए हैं। ये बाबा कोई संन्यासी बाबा नहीं है बल्कि पहले किसान, फिर किसान के नेता बने और उसके बाद आश्रम खोल बाबा का रुप धारण कर लिया। अब ये बाबा जो हैं वो चमत्कार करने का दावा करते हैं, लेकिन बाबा के दर्शन करने गए एक शख्स ने कथित तौर पर उनसे कहा कि उनके कथित चमत्कार ने काम नहीं किया। बस फिर क्या ही होना था, आरोप है कि बाबा के बाउंसरों ने भक्त को पीट दिया। पिटने के बाद भक्त ने पुलिस में मामला दर्जा करा दिया तो बाबा सफाई देकर पिटाई के आरोपो से इनकार कर रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, चम्तकार करने का दावा करने वाले करौली बाबा के दरबार में घरेलू समस्याओं से परेशान नोएडा में रहने वाले एक नर्सिंगहोम संचालक डॉ. सिद्धार्थ चौधरी अपने परिवार के साथ बीती 22 फरवरी 2023 को करौली सरकार आश्रम बिधनू आए थे। जहां डॉक्टर ने मुराद पुरी न होने की शिकायत कर दी। डॉ सिद्धार्थ चौधरी नाम के इस शख्स की शिखायत के मुताबिक, उसकी बात सुनते ही बाबा के सेवादारों या कहें बाउंसरों ने उन्हें पास के एक कमरे में ले जाकर लात, घूसों और लोहे की सरिया से बुरी तरह पीट डाला। वहीं पिटाई में घायल डॉक्टर सिद्धार्थ की नाक की हड्डी टूट गई और सिर में कई जगह चोट आई। इसके बाद डॉक्टर ने बाबा के ख़िलाफ़ FIR करा दी।
वहीं डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल ने बताया कि बिधनू में जो एफआईआर दर्ज हुई है उसमें पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है। आश्रन से घटना वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज भी निकलवाने का प्रयास किया जा रहा है। उसमें पता चलेगा कि उस दिन आखिर हुआ क्या था। उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डॉ. सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि वह बाबा का चमत्कार देखने के लिए अपने पिता डॉ. वीएस चौधरी, मां रेनू चौधरी व पत्नी प्रियंका के साथ करौली सरकार आश्रम आए थे। जब उन्हें पीटा जा रहा था तो परिवार ने उन्हें बचाने की कोशिश की थी, इसपर बाबा के गुंडों ने उनसे अभद्रता की थी।