K Subramanian: पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम को भारत की ओर से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है। सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सुब्रमण्यम आगामी एक नवंबर से 3 साल के लिए पद पर रहेंगे।
केवी सुब्रमण्यम प्रख्यात अर्थशास्त्री सुरजीत एस भल्ला (Surjit S Bhalla) का स्थान लेंगे, जिन्हें 2019 में आईएमएफ के बोर्ड में भारत के कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था।
एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने डॉ कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम, प्रोफेसर (वित्त), इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस और पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत के लिए कार्यकारी निदेशक के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
आईएमएफ में भारत के अगले प्रतिनिधि
सुब्रमण्यम का कार्यकाल नवंबर से शुरू होगा और तीन साल की अवधि तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, जारी रहेगा। बता दें कि प्रख्यात अर्थशास्त्री सुरजीत एस भल्ला का कार्यकाल ईडी आईएमएफ (ED-IMF) के रूप में 31 अक्टूबर, 2022 को खत्म हो रहा है। भल्ला को 2019 में आईएमएफ के बोर्ड में भारत के कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने आरबीआई (RBI) के पूर्व डिप्टी गवर्नर सुबीर गोकर्ण का स्थान लिया, जिनका 30 जुलाई को अमेरिका में निधन हो गया।
सुब्रमण्यम ने 2021 में 3 साल के कार्यकाल के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद छोड़ दिया था। तब उन्होंने कहा था कि उन्होंने शिक्षा जगत में लौटने का फैसला किया है। सरकार ने दिसंबर 2018 में आईएसबी हैदराबाद के प्रोफेसर सुब्रमण्यम को सीईए के रूप में नियुक्त किया था।
रघुराम राजन के छात्र रह चुके हैं सुब्रमण्यम
सुब्रमण्यम ने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के स्कूल ऑफ बिजनेस से वित्तीय अर्थशास्त्र में एमबीए और पीएचडी की है। उनकी पीएचडी आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की देखरेख में पूरी हुई। उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। इसके अलावा वह भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोलकता के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं।