बसपा के पूर्व मंत्री और मीट कारोबारी याकूब कुरैशी और उसका बेटा इमरान कुरैशी को दिल्ली से शुक्रवार देर रात गिरफतार कर लिया गया है। बता दें कि पिता और बेटे की गिरफ्तारी राजधानी दिल्ली के चांदनी महल थाना इलाके से हुई है। पुलिस की टीम दोनों को लेकर दिल्ली से मेरठ लाया गया है। दोनों पर एक सप्ताह पहले ही पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
बता दें कि इस मामले में मेरठ पुलिस बड़ा खुलासा कर सकती है। वहीं 31 मार्च 2022 को हापुड़ रोड पर याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में पुलिस ने छापेमारी की थी। आरोप था कि खरखौदा के अलीपुर स्थित अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में बिना परमीशन के मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग का धंधा चल रहा है। पुलिस ने याकूब कुरैशी उनकी पत्नी संजीदा बेगम और बेटे इमरान और फिरोज के खिलाफ सहित 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
इसके बाद मेरठ पुलिस ने याकूब कुरैशी और उनके परिवार समेत 7 लोगों पर गैैंगस्टर की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया। आरोपी याकूब का बेटा फिरोज कोर्ट में सरेंडर होकर 1 महीने पहले जेल चला गया जबकि पत्नी संजीदा बेगम अग्रिम जमानत पर बाहर हैं। अवैध मीट प्लांट संचालन के मामले में याकूब और इमरान पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया। मायावती सरकार में याकूब कुरैशी कद्दावर मंत्री माने जाते थे। याकूब की करोड़ो की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस पहले ही कुर्क कर चुकी है।