सरकार को मिलने वाले टैक्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी नौकरीपेशा वालों की रहती है। लेकिन आयकर (Income tax) से उन्हें काफी कम छूट मिलती है। इस बार बजट 2023 (Budget 2023) से नौकरीपेशा करने वाले लोग काफी उम्मीद लगाए बैठा है। बता दें कि वित्त मंत्री निर्माला सितारमण (Nirmala Sitharaman) की तरफ से 1 फरवरी 2023 को बजट पेश किया जाएगा। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि यह बजट लोकलुभावन नहीं होगा।
टैक्सपेयर्स को लुभाने वाला होगा बजट
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का आखिरी बजट है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यह बजट टैक्सपेयर्स को लुभाने वाला हो सकता है। लूथरा एंड लूथरा लॉ ऑफिस इंडिया के सुमित मंगल का कहना है कि इस बार नौकरीपेशा करने वाले कर्मचारी आयकर छूट की सीमा और टैक्स स्लैब दोनों के आधार पर छूट की उम्मीद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्टैंडर्ड डिडक्शन के आधार या निवेश छूट की सीमा बढ़ाकर टैक्सपेयर्स को 2023 के बजट में राहत दी जाने की संभावना है।
सरकार का फोकस आर्थिक विकास पर जोर देने
सरकार चुनाव को ध्यान में रखकर नौकरीपेशा को आकर्षित करने के लिए इस बजट में नए ऐलान कर सकती है। हालांकि यह भी ध्यान रखने वाली बात है कि इंडियन इकोनॉमी ने कोरोना महामारी के बुरे दौर से उबरना शुरू कर दिया है। इसलिए सरकार का फोकस आर्थिक विकास पर जोर देने वाले बजट को पेश करने पर होगा।
वहीं सरकार की तरफ से वर्क फ्रॉम होम कल्चर और कोरोना के बाद बढ़ाए गए किराये को एडजस्ट करने के लिए हाउसिंग रेंट अलाउंस में इजाफा किया जा सकता है। हालांकि बहुत से ऑफिस ने अब हाइब्रिट मोड पर या फिर ऑफिस से ही काम करने की सुविधा शुरू कर दी है।
सेक्शन 80C के तहत बढ़ सकती है निवेश की सीमा
इनकम टैक्स देने वाले सैलरीड क्लॉस को लुभाने के लिए सरकार स्पेशल टैक्स रिजीम में बदलाव कर सकती है। साथ ही सेक्शन 80C के तहत निवेश की सीमा को भी बढ़ाया जाने की संभावना है। बता दें कि 8 साल पहले भी 80C के तहत निवेश की सीमा बढ़ाई गई थी। इसके बाद इसमें किसी तरह की राहत नहीं दी गई। इस बार उम्मीद की जा रही है कि इसे बढ़ाकर ढाई लाख रुपये तक किया जा सकता है।
वहीं नौकरीपेशा के लिए बजट 2023 में स्टैंडर्ड डडिक्शन को लेकर बड़ा ऐलान किए जाने की उम्मीद की जा रही है। उम्मीद है कि सरकार मौजूदा 50 हजार रुपये की लिमिट को बढ़ाकर 80 रुपये तक कर सकती है। यह उम्मीद इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि पिछली बार सैलरीड क्लॉस को बजट से कुछ खास राहत नहीं मिली थी।
वर्क फ्रॉम होम अलाउंस की घोषणा की जा सकती है
कोरोना महामारी के दौरान बहुत से कंपनियों ने ‘वर्क फ्रॉम होम’ शुरू कर दिया था। इस दौरान कई चीजों में बदलाव आया। इस वजह से सरकार की ओर से इस बार के बजट में वर्क फ्रॉम होम अलाउंस की घोषणा की जा सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार आयकर की बेसिक छूट सीमा को ढाई लाख रुपये से बढ़ाकर तीन लाख रुपये तक किया जा सकता है। बता दें कि इसमें पिछले काफी लंबे समय से बदलाव नहीं किया गया है। इस बदलाव के बाद नौकरीपेशा करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।