भोपाल: रविवार शाम भोपाल के एक इंजीनियरिंग छात्र का शव रायसेन जिले में रेलवे ट्रैक पर मिला. शुरुआत में पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही थी, लेकिन पिता के फोन पर आए एक मैसेज से हड़कंप मच गया. छात्र की मौत से कुछ देर पहले निशांक राठौर के पिता के फोन पर मैसेज आया था.
उसके पिता के फोन पर आए एक संदेश में लिखा था कि, ‘राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था.. गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ इसके बाद पुलिस ने इस एंगल से भी जांच शुरू कर दी है. हालांकि पुलिस को उम्मीद थी निशांक राठौर ने सुसाइड किया है.
लेकिन निशांक राठौर के पिता को यह विश्वास नहीं है कि उनका बेटा सुसाइड कर सकता, पुलिस ने बताया है कि जिस समय निशांक राठौर के इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर किया था, उस वक्त पिता को व्हाट्सएप पर मैसेज आया. एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि हमें क्रिप्टो करेंसी में कुछ नुकसान की भी खबर मिली है.
इंजीनियरिंग कॉलेज में 5 सेमेस्टर के छात्र की मौत
बता दें कि निशांक राठौर इंजीनियरिंग कॉलेज में पांचवी सेमेस्टर का छात्र था और नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा का रहने वाला था. जो भोपाल से करीब 120 किमी दूर है. रविवार को वह किराए पर स्कूटर लेकर भोपाल से नर्मदापुरम चला गया. इस दौरान उसने अपना इरादा बदला और वापस शहर लौट आया.
निशांक के फोन से आया पिता को मैसेज
पुलिस ने कहा कि उसका शव रायसेन जिले के मिडघाट रेलवे स्टेशन के पास मिला. रविवार शाम 5.44 बजे पिता को मैसेज आया था, जिसे फॉरवर्ड नहीं किया गया. यह मैसेज निशंक राठौर के फोन से टाइप किया गया था. मृतक के पिता हरदा जिले में स्थित सहकारिता विभाग में पदस्थ हैं.
ऊपर हिस्से पर चोट के कोई निशान नहीं
निशांक राठौर के पिता ने बताया कि उसने दिन में उससे बात की थी और रविवार शाम को निशंक के फोन से कॉल-मैसेज आए थे. पिता ने कहा, मैं उसका कॉल नहीं उठा पाया और बाद में जब मैंने उसे कॉल बैक किया तो उसका कोई जवाब नहीं आया. उसके चेहरे या ऊपर हिस्से पर चोट के कोई निशान नहीं थे.
ट्रेन से कटने से हुई निशांक की मौत
निशांक राठौर की शॉर्ट रिपोर्ट भी आ गई है, रिपोर्ट में ट्रेन से कटने की बात कही गई है. लेकिन पुलिस के सामने यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि उसके पिता और दोस्तों को मैसेज किसने भेजा. अगर निशांक ने सुसाइड किया है तो, ऐसा क्या कारण था जो उसने यह कदम उठाया है. वहीं परिजन किसी तरह के तनाव से इनकार कर रहे हैं.
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