नई दिल्ली। अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाला मामले में सीबीआई की सप्लीमेंट्री चार्जशीट को लेकर स्पेशल कोर्ट ने संज्ञान लिया है. सीबीआई ने पूर्व डिफेंस सेक्रेटरी और पूर्व सीएजी शशिकांत शर्मा, वायुसेना के चार रिटायर्ड अधिकारियों के खिलाफ अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाला मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी. कोर्ट ने इनके खिलाफ समन जारी किया है. सभी आरोपियों को 28 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है।
वीवीआईआई हेलिकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में इटली की एक अदालत का फैसला आने के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया है. कहा जा रहा है कि 53 करोड़ डॉलर का ठेका पाने के लिए कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को 100-125 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी थी. इतालवी कोर्ट के फैसले में पूर्व आईएएफ चीफ एस पी त्यागी का भी नाम सामने आया है.
भारतीय वायुसेना के लिए 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए एंग्लो-इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ साल 2010 में किए गए 3 हजार 600 करोड़ रुपये के करार को जनवरी 2014 में भारत सरकार ने रद्द कर दिया. इस करार में 360 करोड़ रुपये के कमीशन के भुगतान का आरोप लगा. कमीशन के भुगतान की खबरें आने के बाद भारतीय वायुसेना को दिए जाने वाले 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की सप्लाई के करार पर सरकार ने फरवरी 2013 में रोक लगा दी थी. जिस वक्त करार पर रोक लगाने का आदेश जारी किया गया उस वक्त भारत 30 फीसदी भुगतान कर चुका था और तीन अन्य हेलीकॉप्टरों के लिए आगे के भुगतान की प्रक्रिया चल रही थी.
3,600 करोड़ रुपये में हुई थी 12 चॉपर की डील
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर बिक्री में गलत ‘अकाउंटिंग’ और भ्रष्टाचार करने को लेकर फिनमेकानिका के पूर्व प्रमुख गुसेप ओर्सी को साढ़े चार साल कैद की सजा सुनाई गई है. इतालवी रक्षा एवं एयरोस्पेस कंपनी ने 3,600 करोड़ रुपये में 12 चॉपर की डील की थी, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर मिलान की अपीलीय अदालत ने 2014 के पिछले अदालती आदेश को पलट दिया.
फर्जी बिल बनाने का आरोप
फिनमेकानिका हेलीकॉप्टर की अनुषंगी कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ बुर्नो स्पागनोलीनी को अदालत ने चार साल की कैद की सजा सुनाई थी. अदालत ने भारत सरकार को 12 हेलीकॉप्टरों की बिक्री में भी दोनों को दोषी पाया. ओर्सी और स्पागनोलीनी दोनों पर अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार और भारत के साथ अनुबंध में करीब 4,250 करोड़ रुपये के रिश्वत के लेने-देन के सिलसिले में फर्जी बिल बनाने का आरोप है.
कौन हैं एसपी त्यागी?
हेलीकॉप्टर घोटाले में शक के दायरे में आए एसपी त्यागी का पूरा नाम शशींद्र पाल त्यागी है. इनका जन्म 14 मार्च 1945 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था. इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई जयपुर के सेंट जेवियर स्कूल से की थी. 31 दिसंबर 1963 को एस पी त्यागी भारतीय वायु सेना में शामिल हुए. त्यागी ने 1965 और 1971 की जंग में भी शिरकत की है. जब सन 1980 में जगुआर भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया तो उस दौरान त्यागी का नाम भी उसे उड़ाने वाले आठ पायलटों में शामिल था. 1985 में उन्हें प्रतिष्ठित वायुसेना मेडल से नवाजा गया था. 31 दिसंबर 2004 को एसपी त्यागी ने भारतीय वायुसेना के 20वें एयर चीफ मार्शल के रूप में कार्यभार संभाला.
अगस्ता हेलिकॉप्टर की खासियत
1. मजबूत एयरफ्रेम.
2. इसमें तीन मजबूत इंजन लगे हैं.
3. इसमें 10 वीवीआईपी पैसेंजर को बिठाने का इंतजाम है.
4. इसमें 360 डिग्री का सर्विलांस रडार लगा है.
5. इसमें आत्मरक्षा सूट भी है.
6. इसमें रीट्रेक्टेबल लैंडिंग गियर भी लगे हैं.
7. हाई टेल बूम के जरिए वीवीआईपी की कारें सीधे पिछले एक्जिट तक आ सकती हैं.
8. हेलीकॉप्टर की लंबाई 74.92 फुट है.
9. इसकी ऊंचाई 21.83 फुट है.
10. इसकी गति 278 किलोमीटर प्रति घंटा है.
11. इसकी रेंज 1,390 किलोमीटर है.