महाशिवरात्रि पर कुबेश्वर धाम सीहारे में भव्य रुद्राक्ष का आयोजन किया गया है। बता दें कि इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश के कोने-कोने से पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से वहां अव्यवस्थाा फैल गई है। 16 फरवरी से शुरू हुए रुद्राक्ष महोत्स्व में आए लोगों को कई तरह कि समस्याएं का सामना करना पड़ा है। सीहारे कलेक्टर प्रवीण सिंह के मुताबिक रुद्राक्ष मोहत्सव में आई एक महिला और एक बच्चे की मौत हो गई है। महिला की मृत्यु का कारण कार्डियक अरेस्ट है। जबकि 3 वर्षीय बच्चे की मौत बीमारी के कारण हुई है। बच्चे को सेरेब्रल पाल्सी नाम की बीमारी थी। कलेक्टर ने बताया कि कतुबेरेश्वर धाम में करीब 2000 श्रद्धालुओं ने सर्दी खांसी और बुखार समेत अन्य बिमारियों की दवाई दवाखाने से लीं है। इमनमें से एक भी श्रद्धालु को किसी भी अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत नहीं पड़ी है।
बता दें कि कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित रुद्राक्ष महोत्स्व में जलगांव के विवेक विनोद भट्ट पत्नी और दो बेटों के साथ गुरुवार को आए थे। भट्ट ने बताया कि 3 साल के बेटे अमोघ भट्ट् की तबीयत पहले से थोड़ी खराब थी। गाड़ी की सुविधा नहीं होने से हम पैदल लही आए। रास्ते में बच्चे की तबीयत और खराब हो गई। हम उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां ICU में भर्ती कर लिया गया। शुक्रवार सुबह डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। अकोला की रहने वाली 40 वर्षीय मंगला गुरुवार शाम को चक्कर खाकर गिर पड़ी थीं। उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए थे, जहां देर रात उनकी मौत हो गई इससे पहले गुरुवार दोपहर को मालेगांव की रहने वाली 50 वर्षीय महिला ने भी दम तोड़ दिया था।
वहीं लगातार दो दिनों से भारी भीड़ के चलते प्रशासन बड़े तनाव में हैं। वहीं भीड़ को देखते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने अब रुद्राक्ष वितरण बंद करवा दिया है। उन्होंने कहा है कि अब पूरे साल रुद्राक्ष का वितरण किया जाएगा। रुद्राक्ष वितरण की वजह से ही अचानक भीड़ बढ़ गई थी। इस भीड़ को संभाल पाने में रुद्राक्ष मोहत्सव के आयोजक और जिला प्रशासन नाकाम रहा। रुद्राक्ष वितरण बंद होने के बाद हजारों लोगों को खाली हाथ अपने घरों को लौटाना पड़ा। रात को सीहोर का रेलवे स्टेशन खचाखच भरा हुआ था. लोगों ने प्लेटफार्म पर ही रात गुजारी। वहीं कुबेश्वर धाम पर लोगों ने खेतों मे खुले आसमान के नीच पड़े रहे।
वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं से पंडाल में यह भी कहा कि कई लोग दबाव बनाकर रुद्राक्ष महोत्सव बंद कराना चाहते हैं, लेकिन हम सभी शिव भक्त हैं और शिव बिना कष्ट के कभी प्राप्त नहीं होते, इसलिए मेरा निवेदन है कि जो लोग सुख सुविधा और भोग विलास के साथ महोत्सव में रहना चाहते हैं कृपया ना पधारें।