पाकिस्तान के पेशावर में एक मस्जिद में नाम के बाद आत्मघाती हमला हुआ है। धमाका इतना जोरदार था कि अबतक 28 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 150 से ज्यादा लोग बताए जा रहे है तो वहीं मस्जिद का एक हिस्सा पूरी तरह से ढह गया। यह ब्लास्ट पेशावर में पुलिस लाइंस के पास स्थित मस्जिद में जोहर की नमाज के बाद हुआ है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें धमाके के बाद अफरा-तफरी का माहौल दिखाई दे रहा है।
अस्पताल की गई घेराबंदी
पेशावर के लेडी रीडिंग हॉस्पिटल के प्रवक्ता मोहम्मद असीम ने पाकिस्तानी मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि घायलों को अभी भी अस्पताल लाया जा रहा है, जिसमें से कुछ की हालत गंभीर है। इलाके की पूरी तरह से घेराबंदी कर दी गई है। अंदर सिर्फ एंबुलेंस को ही आने दिया जा रहा है।
वहीं पुलिस अधिकारी सिकंदर खान ने बताया कहा कि इमारत का एक बड़ा हिस्सा ढह गया है, जिसके नीचे कई लोगों के दबे होने की आशंका हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने धमाके की निंदा की
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन की माने तो मस्जिद में विस्फोट दोपहर करीब 1:40 बजे हुआ। वहीं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस धमाके की निंदा की है।
मेमन मस्जिद के पास हुए ब्लास्ट में 1 की मौत, 8 घायल
बता दें कि इससे पहले भी पाकिस्तान में मस्जिद पर हमले के मामले कई बार सामने आए हैं। पिछले 16 मई 2022 को पाकिस्तान के कराची में MA जिन्ना रोड पर मेमन मस्जिद के पास ब्लास्ट हुआ था। जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि 8 लोग घायल हो गए थे। घायलों में एक पुलिसकर्मी भी था।
कराची हुए बलास्ट में 1 की मौत, 13 जख्मी
वहीं कराची में इससे पहले 13 मई 2022 की रात भी एक बलास्ट हुआ था। इसमें एक शख्स की मौत हो गई थी और 13 लोग जख्मी हो गए थे। यह बम ब्लास्ट कराची के सबसे व्यस्त व्यावसायिक इलाके सदर के एक होटल के बाहर कूड़ेदान में हुआ। मिली जानकारी के अनुसार ब्लास्ट इतना भयानक था कि आसपास के अपार्टमेंट, दुकानों, कारों की खिड़कियां टूट गईं और आग लग गई।
कराची यूनिवर्सिटी में हुए बलास्ट में 3 चीनी और एक पाकिस्तानी की मौत
पिछले साल ही 26 अप्रैल 2022 को पाकिस्तान की कराची यूनिवर्सिटी में भी ऐसा ही एक आत्मघाती हमला हुआ था। जिसमें 3 चीनी और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई थी। इस आत्मघाती हमले को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की आत्मघाती हमलावर शैरी बलूच द्वारा अंजाम दिया गया था। बता दें कि पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर भी हमले बढ़े हैं।