राजौरी। राजौरी के नौशहरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास से घुसपैठ करने के प्रयास में मारे गए आतंकी तबारक हुसैन का शव सोमवार को भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया है। पाकिस्तान ने अब मान लिया है कि राजोरी के नौशहरा सेक्टर में घुसपैठ के दौरान पकड़ा गया घायल आतंकी उनका नागरिक था।
राजौरी के नौशहरा सेक्टर में आतंकी तबारक हुसैन अन्य आत्मघाती पाकिस्तानी दस्ते के साथ भारतीय चौकियों पर हमला करने के लिए आया था। भारत में 22 अगस्त को घुसपैठ करते समय नियंत्रण रेखा पर सेना की गोली से घायल हो गया जबकि इसके अन्य साथी पाकिस्तानी सीमा में वापस भाग गए थे। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घायल अवस्था में पकड़े गए आतंकी की तीन सितंबर की शाम सैन्य अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
नौशहरा इलाके की नियंत्रण रेखा से जिंदा पकड़े गए आतंकी तबारक हुसैन ने सैन्य अस्पताल में माना था कि पाकिस्तानी सेना के कर्नल ने आत्मघाती दस्ते को भारतीय सेना पर हमले के लिए भेजा था। तबारक को पाकिस्तानी सेना के कर्नल यूसुफ ने हमले के लिए 30 हजार रुपये भी दिए थे। हमले के लिए सेना की तीन अग्रिम चौकियों की रेकी गई थी। पकड़ा गया तबारक इससे पहले वर्ष 2016 में भी सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में घुसा था। इस दौरान 2 साल की सजा काटने के बाद उसे पाकिस्तान भेजा गया था।
आतंकी तबारक हुसैन के मरने की जानकारी पाकिस्तानी सेना को दी गई जिस पर पाकिस्तान ने मान लिया कि राजौरी के नौशहरा सेक्टर में घुसपैठ के दौरान पकड़ा गया घायल आतंकी उनका नागरिक था। पुंछ के चक्का दा बाग में नियंत्रण रेखा पर आज शव सौंपने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। मृत फिदायीन का शव पाकिस्तानी सेना ने कब्जे में ले लिया है।