चीन में गहराए कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश सकार ने बड़ा फैसला लिया है। बता दे कि योगी सरकार ने कोरोना जांच के लिए दरों का निर्धारण कर दिया है। सरकार की ओर से आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट की दर निर्धारित कर दी गई है। बता दें कि प्राइवेट जांच संस्थान लोगों से जांच के दौरान अधिक वसूली न करें, इसके लिए सरकार ने आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्अट की जांच की दर तय कर दी है। यूपी प्राइवेट जांच केंद्रो पर एंटीजन टेस्ट कराने के लिे आपको 250 देने होंगे। वहीं, आरटीपीसीआर की दर 700 रुपये निर्धारित की गई है। नीजी लैब संचालक घर से सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच के लिए अधिकतम 900 रुपये ले सकेंगे। वहीं विहित प्राधिकारी की ओर से निजी लैब में सैंपल भेजने पर फीस 500 रुपये होगी।
RTPCR के साथ ट्रूनेट और एंटीजन टेस्ट की कीमतें भी तय
विभाग तय फीस का सख्ती से पालन करवाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने आरटीपीसीआर के साथ ट्रूनेट और एंटीजन टेस्ट की कीमतें भी तय तकर दी हैं। एंटीजन टेस्ट के लिए 250 और ट्रूनेट जांच के लिए अधिकतम 1250 रुपये तय कर दिए हैं। अगर सैंपल घर से लिया जाएगा तो दो सौ रुपये अतिरिक्त फीस देनी होगी। सीटी सकैन की फीस भी तय कर दी गई है। 16 स्लाइस के सीटी स्कैन के लिए अधिकतम दो हजार रुपये और 16 से 64 स्लाइस तक के लिए 2250 रुपये और 64 से अधिक स्लाइस की जांच के लिए 2500 रुपये अदा करने होंगे।
तय फीस का पालन न करने पर होगी कार्रवाई
बता दें कि सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि तय फीस का पालन न करने पर लैब संचालक के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कोरोना को लेकर अब सरकार सतर्क हो गई है। इसके साथ ही जांच का दायरा दोनों बढाए जा रहे हैं। इस बीच राहत की बात यह है कि अभी तक संक्रमण के मामले बढ़ते नजर नहीं आ रहे है।
रोजाना 500 के करीब सैंपल लिए जा रहे
वहीं लखनऊ मे सप्ताह भर से पहले कोविड के जांच के लिए रोजाना 500 के करीब सैंपल लिए जा रहे थे। अब इनकी संख्या एक हजार कर दी गई है। बीते पांच दिन में सिर्फ चार नए केस मिले हैं। सीएमओ प्रवक्ता योगेश रघुवंशी ने बताया कि संक्रमण के प्रसार की आशंका को देखते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। बता दें कि राजधानी मे इस समय सक्रिय मरीजों की संख्या चार है। इनमें से दो बुधवार को संक्रमित पाए गए।