उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी अपना सिक्का जमाने की तैयारी में जुटी हुई है। जैसे- जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे पार्टीयों के तेवर भी बदले से नजर आ रहे हैं। अब वहीं समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए टिकट फाइनल करने की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है। वहीं सूत्रों की माने तो अब तक अपने करीब 10 से 12 नेताओं को मैदान में उतारने का संकेत दे चुकी है। माना जा रहा है कि अगस्त और सितंबर तक सभी उम्मीदवार फाइनल किए जा सकते हैं।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सपा अब लगातार हर जिले में बैठक कर रही है। वहीं पार्टी की बैठकों का भी मुख्य उद्देश्य यही फीडबैक लेना है कि संबंधित सीटों पर किस नेता का चयन किया जाए। पार्टी नेतृत्व स्थानिय स्तर पर उस नेता का चयन किया जाए। पार्टी नेतृत्व स्थानिय स्तर पर उस नेता के पक्ष में अधिकतम संभव सहमति बनाने का प्रयास भी कर रहा है जो उनके लिए जिताऊ हो सकता है।
चार-पांच सीटें ‘मुलायम परिवार’ के लिए तय
वहीं सूत्रों की मानें तो मैनपुरी, कन्नौज, आजमगढ़ और फिरोजाबाद सीट मुलायम परिवार के बीच ही रहेंगे। बदायू सीट को लेकर स्तिति अभी स्पष्ट नहीं है क्योंकि बदायूं से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव सांसद रह चुके हैं। लेकिन वर्तमान में यहां से स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा बीजेपी सांसद है। मुरादाबाद से मौजूदा सांसद एसटी हसन को ही चुनाव लड़ाने की तैयारी पार्टी कर रही है। इसके अलावा बलिया, मऊ, लखीमपुर खीरी और डुमरियागंज में भी पार्टी अपने नेताओं को इशारा दे चुकी है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव पहले से आक्रमक होकर बीजेपी पर जुबानी हमला कर रहे हैं। बीते दिनों ही उन्होंने दावा करते हुए कहा था कि समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव में 80 की 80 सीटों पर चुनाव जीत दर्ज करेगी।” उन्होंने कहा था, “सॉफ्ट हिंदुत्व के रास्ते पर जाने की हमारे लिए बात हो रही है. हम पहले से सॉफ्ट हैं अब हार्ड होने की जरूरत है. ये सॉफ्ट वाला मामला नहीं चल सकता है. सॉफ्ट होगे तो मारे जाओगे. हार्ड होगे तो मार भगाएंगे।