मणिपुर की घटना के बाद राजनीतिक दल सक्रिय हो गए है। मणिपुर के कांगकोपी जिले में दो महिलाओं को न्यूड घुमाने और उनका यौन उत्पीड़न करने के मामले में तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक समुदाय के लोगों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र किया और सड़क पर घुमाया गया। इस दौरान महिलाओं का यौन शोषण किया गया और रेप की बात का भी जिक्र भी किया गया है। पुलिस ने बयान जारी कर साफ कर दिया है कि यह वीडियो काफी पुराना है। मामले को लेकर पहले ही एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। वहीं इस मामले पर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, आइए आपको बताते है उन्होंने क्या कहा?
क्या बोले अखिलेश यादव?
मणिपुर की घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरएसएस को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मणिपुर के हालात के लिए आरएसएस की नफ़रत की नीति और भाजपा की वोट की राजनीति ज़िम्मेदार है। बहन-बेटियों के परिवारवाले अब तो भाजपा की ओर देखने तक से पहले एक बार ज़रूर सोचेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने दिए जांच के आदेश
आज यानी गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने SG और AG से इस मामले मे एक्शन लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो दिखा है वो काफी डिस्टर्बिंग है। केंद्र और राज्य सरकार को हम तुरंत मामले में एक्शन लेने का आदेश देते हैं। इस मामले को लेकर 28 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी।
क्या बोले चीफ जस्टिस ?
इस घटना को लेकर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महिलाओं के अधिकारों को लेकर इस तरह की घटना को अंजाम देना संविधान के अधिकारों का हनन है। इस मामले में शामिल एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सरकार ने दिए निर्देश
केंद्र सरकार ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा निर्देश जारी करते हुए महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो को शेयर करने से मना किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भारतीय कानूनों का पालन करना बेहद जरूरी है इस मामले की जांच जारी है। केंद्र सरकार द्वारा वीडियो शेयर करने के लिए मना कर दिया गया है।