डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में लिवर, किडनी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जल्द ही शुरू करेंगे। संस्थान के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के छठे और सातवें तल पर इसकी स्थापना होगी। बता दें कि करीब 35 बेड होंगे, वही सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के छठे व सातवें तल पर सेंटर स्थापित किया जाएगा, इसकी डिजाइन को मंजूरी मिल चुकी है। इन दोनों तल पर संचालित पैथोलॉजी समेत दूसरे विभागों को एकेडमिक ब्लाॉक में शिफ्ट किया जाएगा।
वहीं संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट की कवायद अंतिम दौर में है। खास बात यह है कि इसमें बच्चों से लेकर बड़ो तक लिवर ट्रांसप्लांट हो सकेंगे। किडनी ट्रांसप्लांट पहले से चल रहा है। जबकि बोन मैरो प्रत्यारोपण की सुविधा भी शुरू हो चुक है। अब किसी भी प्रत्यारोपण के लिए एक विशिष्ट यूनिट शुरू हो जाएगी। आपको बता दें कि अभी तक संस्थान में जितने प्रत्यारोपण हुए हैं, वे वयस्कों के ही हैं। ऐसे में यूनिट में बच्चों के प्रत्यारोपण की सुविधा भी साथ में मिलेगी।
बता दें कि संस्थान में अब तक 150 मरीजों का गुर्दा प्रत्यारोपण हो चुका है। इसके लिए मरीज और डोनर दोनों का ब्लड ग्रुप आपस में मैच करना चाहिए। हालांकि संस्थान में अब यह सुविधा भी मिलेगी, जिसमें अलग-अलग रक्त समूह होने के बावजूद प्रत्यारोपण हो सकेगा। वहीं विशिष्ट यूनिट होने पर प्रत्यारोपण के लिए मरीजों को चार से पांच सप्ताह का इंतजार करना पड़ रहा है।