Yogi Adityanath: रामचरितमानस से शुरु हुआ ये विवाद लगातार तुल पकड़ता जा रहा है। बात इतनी ज्यादा बढ़ गई कि सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य और अयोध्या के संत राजू दास हाथापाई में उतर आए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था। बता दें कि अब इस मामले को लेकर योगी सरकार ने जांच शुरू करा दी है। वहीं योगी सरकार में मंत्री अनिल राजभर ने इसकी जानकारी देते हुए सपा पर हमला भी बोला।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी सुरक्षा के लिए पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मिर्मू को पत्र लिखा है। स्वामी प्रसाद ने पत्र में कहा है कि भाजपा सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है। एक वर्ग के लोग मेरी हत्या की साजिश में लगे हैं। मैंने महिलाओं, दलितों व आदिवासियों की बात उठाई है। इसमें किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
वहीं स्वामी और राजू दास के बीच हुए विवाद पर योगी सरकार में श्रम व सेवा योजना मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सरकार मामले की जांच कर रही है। सपा नेता आक्रमणकारी नीति के तहत काम करते हैं। राज्य के हित से जुड़े जो प्रमुख विषय हैं, उस पर विपक्ष बात करने को तैयार नहीं है। बंदायू में अनिल राजभर ने कहा कि हम मुद्दों और विकास की बात करते है। विपक्ष को इन अहम मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि 20 फरवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। आप सब देखेंगे कि सपा के लोग विधानसभा में चर्चा करने के बजाय सड़क पर प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा सरकार करना चाहती है मेरी हत्या- स्वामी प्रसाद मौर्य
सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि भाजपा सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है। एक वर्ग के लोग मेरी हत्या की साजिश में लगे है। मैंने महिलाओं, दलितों व आदिवासियों की बात उठाई है। इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। मैंने अपनी सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजा है। इतना ही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि उनकि हत्या की सुपारी दी जा रही है। इसके लिए कोई 21 लाख तो 51 लाख रुपये की सुपारी दे रहा है, तो कोई सुपारी दे रहा है। इसी तरह कोई हाथ काटने या कोई नाक काटने की सुपारी दे रहा है। ऐसे लोगो को चिन्हित करके उनके खिलाफ करवाई करनी चाहिए।