गाजीपुर में गंगा नदी पर बन रहे देश के बहुप्रतीक्षित रेल कम रोड ब्रिज के पहले चरण का काम पूरा कर लिया गया है। इस डबल डेकर पुल पर ऊपर रोड और बीच से ट्रेन और नीचे जल मार्ग चालू रहेगा। इस ब्रिज का निर्माण 14 सौ करोड़ की लागत से किया जा रहा है। जहां 14 सौ करोड़ की लागत से बनने वाली परियोजना ताड़ीघाट गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन और ताड़ीघाट से घाट स्टेशन तक बनने वाली रेल कम रोड ब्रिज का शिलान्यास देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर में 14 नवंबर 2016 को किया था कहा जाता है कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है। जिसका 1 फेस का कार्य पूर्ण हो चुका है जिस पर आज डीजल लोकोमोटिव दौड़ाकर परीक्षण किया जा रहा है प्रथम फेज का ट्रायल 35 किलोमीटर रफ्तार से डीजल लोकोमोटिव दौड़ाकर किया जा रहा है इस बात की जानकारी आरबीएनएल के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास चंद्र ने दी है ।
गाजीपुरवासियों के लिए गौरव की बात
इस दौरान गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन से डीजल लोकोमोटिव का शुभारंभ देर शाम पूजा अर्चना के बाद नारियल फोड़कर नए ट्रैक पर डीजल इंजन को दौड़ाया गया। इस दौरान आरवीएनएल के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास चंद ने कहा कि आज गाजीपुर के लिए गौरव की बात है वर्षों से प्रस्तावित परियोजना आज पूरी हुई है । गाजीपुर सिटी स्टेशन से ताड़ीघाट का जो नया स्टेशन बना है वह ट्रक से जुड़ गया है। इसके परीक्षण के लिए आज डीजल लोकोमोटिव लेकर जा रहे हैं, और इसका परीक्षण करेंगे इसके बाद इस परीक्षण को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और इसके बाद आगे की कार्रवाई की बात की जाएगी। इस दौरान विकास चंद्र ने बताया कि रेल कम रोड ब्रिज का डिजाइन कुछ इस तरह का किया गया है कि इस पर ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी ।
परियोजना की लागत 14 सौ करोड़ है
लेकिन अभी 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का इस लाइन पर अनुमति मिली है। आज का परीक्षण 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डीजल लोकोमोटिव चलाकर किया जाएगा। आज का यह ट्रायल पहला ट्रायल है। इस दौरान उन्होंने बताया कि यह परियोजना दो भागों में बटा हुआ है एक भाग मऊ से गाजीपुर और दूसरा गाजीपुर सिटी से ताड़ीघाट का कार्य पूर्ण होने जा रहा है और ताड़ीघाट से लेकर गाजीपुर घाट का कार्य अभी बाकी है। इन दोनों को मिलाकर इस परियोजना की लागत 14 सौ करोड़ की है। 28 मार्च को कमिश्नर रेलवे सेफ्टी के द्वारा किया जाएगा। उनके निरीक्षण से पहले और कई निरीक्षण होते हैं आज सी प्लेटिकल इंजीनियर गोरखपुर से आए हुए थे और उनके साथ हमारे जीएम इलेक्ट्रिकल थे । इन लोगों के द्वारा भी इसका निरीक्षण किया गया है । कल भी एक निरीक्षण जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव लेवल के अधिकारियों द्वारा किया गया है। आज हमलोंगो द्वारा ट्रायल करके लौट आया जाएगा।