सुल्तानपुर के जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक युवक पर किशोरी को बहला फुसलाकर दूसरे शहर भगा ले जाने और वहां साथी के साथ मिलकर दुराचार के प्रयास का आरोप लगा है। आरोप ये भी है कि आरोपियों ने विरोध करने पर किशोरी को पेट्रोल डालकर जला दिया। घटना चार माह पुरानी है। किशोरी का लखनऊ में इलाज चल रहा है, वो जिंदगी मौत से जूझ रही है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है। जहां बीते जनवरी महीने में किशोरी अपने मामा के साथ गांव गई थी। 30 जनवरी को बहरी गांव निवासी महावीर उर्फ बीरे किशोरी को बहला फुसलाकर अपने साथ भगा ले गया। करीब दो महीने बीतने के बाद 28 मार्च को किशोरी के पिता के मोबाइल पर फोन आया कि वह बुरी तरह से जल चुकी है और गुजरात के सूरत जिले के एक अस्पताल में भर्ती है। जिस पर किशोरी के पिता ने पुलिस अधीक्षक से मामले में मदद मांगी। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के निर्देश पर सेमरी चौकी इंचार्ज कृष्ण कांत यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम परिजन के साथ सूरत के उस अस्पताल में पहुंची जहां किशोरी अचेत अवस्था में पड़ी थी। पुलिस की मदद से किशोरी को सुल्तानपुर लाया गया।
किशोरी ने बताई आपबीती
वहीं पुलिस ने किशोरी का बयान दर्ज कर उसे इलाज के लिए लखनऊ भेज दिया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। किशोरी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि गांव का एक युवक उसे बहला फुसलाकर सूरत भगा ले गया। जहां पर उससे एक दिन युवक और उसके मालिक ने उससे जबरदस्ती करनी चाही।
युवती ने बताया कि मना करने पर गुस्साएं दोनों लोगों ने उस पर पेट्रोल डालकर जला दिया। चीख पुकार लगाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसके पिता को फोन करके घटना की सूचना दी गई। इस घटना में किशोरी का शरीर बुरी तरह जल गया है। पीड़िता के पिता ने जयसिंहपुर कोतवाली में नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी।