फरवरी प्यार का महिना और मंगलवार को था प्यार करने वालों का दिन यानी वैलेंनटाइन डे। लेकिन दो प्यार करने वालों की एक ऐसी खबर सामने आई जिसने सबको हिलाकर रख दिया। हरदोई में प्रेमी के मरने के 24 घंटे बाद प्रेमिका ने खुदकुशी कर ली। वेलेंटाइन डे के एक दिन पहले सोमवार को युवक का शव गांव के बाहर एक बाग में पेड़ से लटका मिला था जिसके बाद उसके अगले ही दिन मंगलावर को युवती का शव उसी बाग में मिला।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें इन दोनों का दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों एक ही गांव के पड़ोसी थे, इसलिए परिवार वाले शादी के खिलाफ थे। साल भर पहले ही परिवार वालों को इनके प्रेम प्रसंग के बारे में पता चल चुका था। मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले साल लड़की के परिजनों ने लड़के पर मुकदमा दर्ज कराया था। वह दो महीने के लिए जेल में था। फिर भी इन दोनों का मिलना जुलना जारी रहा। हालांकि पुलिस तहरीर मिलने पर कार्रवाई की बात कर रही है।

दरअसल, ये पूरा मामला माधौगंज थाना क्षेत्र के गांव इस्लामपुर जगाई का बताया जा रहा है। यहां पर रामसागर व नीतू एक दूसरे के पड़ोसी हैं। दोनों बचपन से ही एक दूसरे के साथ रहे हैं। दोनों का पिछले दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बताया जा रहा है कि एक साल पहले नीतू के परिजनों को दोनों के अफेयर की जानकारी हो गई थी। वहीं इसके बाद घरवालों ने रामसागर के परिजनों से शिकायत की। दोनों को साथ बैठाकर बात की। एक दूसरे से मिलने के लिए मना किया, लेकिन फिर भी ये लोग नहीं माने। चोरी-छिपे ये दोनों मिलते जपलते थे। धीरे-धीरे ये बात शादी तक पहुंच गई। रामसागर व नीतू एक दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन घरवाले इसके खिलाफ थे। उन्होंने पहले ही मना कर दिया था।
मृतक प्रेमी रामसागर काट चुंका है जेल में सजा
बता दें कि पिछले साल नीतू के घरवालों ने पुलिस में शिकायत कर दी। रामसागर को गिरफ्तार किया गया था। उसने दो महीने जेल में काटे। रामसागर की भाभी ने बताया कि जेल में रहने के बाद भी दोनों के बीच मोहब्बत कम नहीं हुई। घर लौटने के बाद भी नीतू से मिलने जाता था। इन सब से परेशान होकर लड़की के गर वालों ने फिर से शिकायत कर दी।

बार बार थाने के चक्कर काटने से परेशान होकर रामसागर ने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव सुबह 10 बजे के करीब गांव के बाहर बाग में पेड़ से लटकता मिला। इधर, प्रेमी की मौत के बाद प्रेमिका नीतू आहत हो गई। सिर्फ एक दिन ही बीते थे, मंगलवार शाम 6 बजे उसी बाग में जाकर नीतू ने भी फांसी लगा ली।