Lucknow: राजधानी लखनऊ में लग रहे जाम से निजात के लिए अब तीसरे चरण में कई चौराहे सर्वे के लिए चिन्हित किए गए हैं। परिवहन विभाग की टीमें एक सप्ताह में सर्वे का कार्य शुरू करेंगी।
राजधानी लखनऊ में यातायात जाम से निजात के लिए मंडलायुक्त के निर्देश पर करीब 133 चौराहे और तिराहे का सर्वे होना हैं। सबसे पहले वे चौराहे और तिराहे चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां सड़कों की डिजाइन या दिशासूचक बोर्ड नहीं होने से जाम लग रहा है।
फिलहाल दो चरणों में भीड़-भाड़ वाले कई चौराहों का सर्वे का कार्य हो चुका है। अब तीसरे चरण में गोमती नगर के पांच चौराहे और तिराहे चिह्नित करके जाम की वजह तलाशी जाएगी।
आरटीओ प्रवर्तन की टीमें एक सप्ताह में इंदिरागांधी प्रतिष्ठान, कमता तिराहा, अम्बेडकर चौराहा, पत्रकारपुरम और कठौता चौराहे का सर्वे कार्य शुरू करेंगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है। चौथे चरण में पुराने लखनऊ के पांच चौराहे चिन्हित किए जाएंगे। इसमें बालागंज चौराहा, मेडिकल क्रॉसिंग, हरदोई रोड तिरहा, हैदरगंज तिरहा और रकाबगंज शामिल हैं। परिवहन विभाग की टीमें चरणबद्ध तरीके से सर्वे करके जाम की वजहों पर अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपेंगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर जाम वाले चौराहों पर सुधार किया जाएगा।
सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) अमित राजन राय का कहना है कि लखनऊ में जाम से निपटने के लिए मंडलायुक्त के निर्देश पर कई बिन्दुओं पर कार्य चल रहा है। जाम की वजह तलाशने के लिए कई चरणों में सर्वे का कार्य शुरू हो गया है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जो खामियां मिलेंगी उसमें सुधार के लिए विभागों को जिम्मेदारी सौंपी जाएंगी ताकि शहर में भीड़-भाड़ वाले चौराहों पर जाम से निजात मिल सके।