यूपी के मुरादाबाद में सामूहिक नमाज पढ़ने पर हंगाम हो गया है। दरअसल छजलैट के गांव दुल्हेपुर में बिना मस्जिद-मदरसे के घर में सामूहिक नमाज पढ़ने का एक वीडियो सामने आया है। जिसके बाद 26 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसको लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया है कि क्या अब घरों में भी नमाज़ पढ़ने के लिए सरकार और पुलिस से इजाजत लेनी पड़ेगी और कब तक मुस्लिमों के साथ देश मे दूसरे दर्जे के नागरिकों वाला सलूक किया जाएगा?
हिंदू पक्ष
वहीं दुल्हेपुर गांव में ही साथ रहने वाले हिन्दू पक्ष के लोगों का आरोप है कि गांव में कोई मस्जिद या मदरसा नहीं है। यहां के मुस्लिम लोग इकट्ठा होकर नई परम्परा के तहत घरों में सामूहिक नमाज पढ़ रहे हैं। जो सही नहीं है।

उन्होंने कहा कि हमारा भी गांव में कोई मंदिर नहीं है। लिहाजा हम पास के गांव में पूजा करने व जल चढ़ाने जाते हैं। हम कोई नई परम्परा डालना नहीं चाहते। हमरे मना करने पर ये नहीं माने।
वहीं मुस्लिम पक्ष के लोगों का कहना है कि नमाज का वीडियो एकदम सही है। और वीडियो भी यहीं का है। जहां हम और आप खड़े हैं लेकिन ये वीडियो 3 जून का है। तब भी इन लोगों ने एतराज किया था। तब से कोई सामूहिक नमाज नहीं हुई है।
मुस्लिम पक्ष
गांव में ही बड़ी संख्या में मौजूद मुस्लिम लोगों के बीच से एक बुजुर्ग शख्श ने बताया कि जो हो रहा है वो गलत है। पता नहीं क्यों किया जा रहा है। लेकिन सही बात तो ये है कि नमाज पिछले काफी समय से पढ़ी जाती रही है। नया कुछ नहीं है। जबसे लोगों ने आपत्ति उठाई है। पुलिस ने सामुहिक नमाज को मना किया है। तब से सब अपने अपने घर नमाज पढ़ रहे हैं। इस सबके बाद गांव में किसी तरह का तनाव या कोई आपसी मनमुटाव नहीं है। माहौल एकदम सही है। कोई बात नहीं है।