उत्तराखंड में आगामी अप्रैल माह से चार धाम यात्रा शुरू होने जा रही है। यात्रा से पहले ही पुलिस भी अपनी तैयारियों में जोर शोर से जुटी है। बढ़ते ऑनलाइन रजिस्ट्रेशनों की तादाद को देखते हुए इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि चारधाम यात्रा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी।
यात्रा को सफल और बेहतर बनाने का हो रहा प्रयास
बता दें कि इस बार उत्तराखंड पुलिस ने चार धाम यात्रा को सफल बनाने और सुरक्षा के लिहाज से कई नए प्रयोग किए हैं। डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि इस बार हमने यात्रा को सफल और बेहतर बनाने का और प्रयास किया है। 2000 ज्यादा पुलिसकर्मी चार धाम यात्रा मार्गों पर तैनात किए गए हैं।
जिसमें छह कंपनी पीएसी भी है। इसके साथ ही 28 एसडीआरफ की टीमें भी जगह-जगह पर तैनात हुई है। साथ ही 16 जगहों पर जल पुलिस की टीम भी तैनात है।
यात्रियों की बढ़ती तादाद को भांपते हुए किए जा रहे पुख्ता इंतजाम
वहीं ट्रैफिक पुलिस ने पूरे शहर में ट्रैफिक के लिहाज से सबसे संवेदनशील 133 पॉइंट चिन्हित किए गए हैं। 57 जगहों पर टूरिस्ट पुलिस केंद्र भी पुलिस के द्वारा बनाए गए हैं। यानी कि अंदाजा लगाया जा सकता है कि यात्रियों की बढ़ती तादाद को भांपते हुए पुलिस प्रशासन अपनी पुख्ता तैयारियों में जुट गया है।
साथ ही चार धाम से जुड़ी हुई तमाम जानकारियों को पुलिस ,उत्तराखंड पुलिस एप्प पर भी डालने जा रही है। जिससे कि सभी को पुख्ता जानकारी सहूलियत के साथ मिल पाएगी।
चार धाम यात्रा को सफल बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कसी कमर
इसके साथ ही इस बार एसडीआरएफ की पोस्ट भी बढ़ा दी गई है। जिसमें पहले 28 पोस्ट थी। जिनकी संख्या बढ़ाकर अब 39 कर दी गई है। ऐसे में अगर किसी भी जगह पर यात्रा के दौरान कुछ घटना होती है तो एसडीआरएफ की टीम 2 घंटे से पहले घटनास्थल पर पहुंच जाएगी।
इसके साथ ही 660 पुलिसकर्मियों को आपदा से निपटने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है। जिससे कि घटनास्थल तक पहुंचने में और भी कम समय लगे। तो कह सकते हैं कि इस बार पुलिस प्रशासन ने भी चार धाम यात्रा को सफल बनाने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है।