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विमेंस एथलेटिक्स में ट्रांसजेंडर के शामिल होने पर लगी रोक

विमेंस एथलेटिक्स में ट्रांसजेंडर के शामिल होने पर लगी रोक, जानिए क्यों लगा बैन और क्या कहता हैं नया नियम

Transgender Ban In Women Events: खेलों की इंटरनेशनल संस्था वर्ल्डएथलिट ने ट्रांसजेंडर महिलाओं को ट्रैक एंड फिल्ड के खेल में शामिल होने पर रोक लगा दी है। वर्ल्ड एथलिट ने ये फैसला FINA यानी इंटरनेशनल स्विमिंग फेडरेशन के फैसले के तर्ज पर लिया है। इंटरनेशनल स्विमिंग फेडरेशन एक अंतर्राष्ट्रीय तैराकी संस्था है। इंटरनेशनल स्विमिंग फेडरेशन ने पिछले साल जून में ट्रांसजेंडर महिलाओं को तैराकी में शामिल होने पर रोक लगा दी थी। कोए ने कहा कि किसी भी ट्रांसजेंडर एथलीट को 31 मार्च से महिला विश्व रैंकिंदग र्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यानी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने को लेकर टेस्टोस्टेरोन का आधार खत्म हो गया है।

ग्लोबल ट्रैक एंड फील्ड फेडरेशन की मीटिंग के बाद कोए ने कहा कि विश्व एथलेटिक्स ने ट्रांसजेंडर एथलीटों के मुद्दे के बारे में 40 राष्ट्रीय महासंघों, अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति और ट्रांस समूहों सहित हितधारकों के साथ परामर्शकिया था। उन्होंने कहा- मीटिंग में अधिकांश ने कहा कि ट्रांसजेंडर एथलीटों को महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा नहीं करनी चाहिए। एक लाइन में कहा जाए तो महिला ट्रांसजेंडरों, जो कि कभी पुरुष थे, को महिला एथलीटों पर शरीरिक रूप से मजबूत माना जाता है।

उन्होंने कहा कति वैज्ञानिक विकास की निगरानी के लिए एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति की अध्यतक्षता में एक कार्य समूह बनाया जाएगा। कोए ने कहा- हमेशा के लिए ‘ना’ नहीं कह रहे हैं। हम इसमें शारीरिक प्रदर्शन और पुरुष लाभ को लेकर आने वाले वर्षों में वैज्ञानिक आधार पर फैसला कर सकते हैं। जैसे ही इस बात का सबूत मिलेगा कि ट्रांसजेंडर को शारीरिक रूप से फायदा नहीं मिल रहा है तो हम अपनी स्थिति की समीक्षा करेंगे। हमारा मानना है कि एथलेटिक्स में महिला वर्ग की अखंडता सर्वोपरि है।

जानिए ट्रांसजेंडर महिलाओं पर लगे इस प्रतिबंध का मतलब क्या हुआ

वर्ल्ड एथलीट के इस फैसले के बाद वैसी ट्रांसजेंडर महिलाएं जो मर्द की तरह इच्छाएं रखती है, वो 31 मार्च 2023 के बाद से महिला प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। हालांकि वर्ल्ड एथलीट परिषद ने ट्रांसजेंडर के खेलों में शामिल होने के मुद्दे पर विचार करने की बात कही है। इस सिलसिले में डब्लयूए के अध्यक्ष सेबेस्टियन कोए ने कहा है कि हम ये प्रतिबंध हमेशा के लिए प्रतिबंध हमेशा के लिए नहीं लगा रहे हैं. हम इस बारे में सोच के आगे अपना फैसला सुनाएंगे। लेकिन हमें कुछ वक्त चाहिए।

पहले ट्रांसजेंडर महिलाओं के लिए क्या नियम थे

पिछले मियमों के मुताबिक खेल में शामिल होने के लिए डब्लयूए ने ट्रांसजेंडर महिलाओं के हार्मोन के लेवल को एक पैमाना माना था। ट्रांसजेंडर महिलाओं के रक्त में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को 5 नैनोमोल्स प्रति लीटर तक होने पर ही खेल में शामिल होने की इजाजत थी। नियम के मुताबिक खेल में शामिल होने के 12 महीने पहले तक ये लेवल इतना ही होना जरूरी था।

इस साल जनवरी में बदले थे नियम

साल 2023 की शुरुआत में डब्ल्यूए ने ट्रांसजेंडर महिलाओं के लिए पहले के नियम में थोड़ा बदलाव किया. डब्ल्यूए के इस नियम के मुताबिक ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिला श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति तभी थी जब उनके शरीर में रक्त टेस्टोस्टेरोन का लेवल दो साल के लिए 2.5nmol / L आए.

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