अलीगढ़ में दबंग मुस्लिम युवकों ने इलाके में कोरहाम मचा रखा है। उनसे परेशान होकर दलित किशोरी के परिवार ने पलायन कर लिया है। दरअसल पहले दलित किशोरी के साथ मुस्लिम युवकों ने की छेड़छाड़ की। वहीं जब छेड़छाड़ का विरोध गया तो दबंगों ने किशोरी के पिता को जमकर पीटा। जब वो लोग नही माने तो दबंगों से परेशान होकर पीड़ित परिवार ने घर छोड़ा दिया। इसके बाद घर पर लिखवाया “यह मकान बिकाऊ है”। किशोरी के परिवार ने आरोपी दबंग मुस्लिमों से तंग आकर पलायन किया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर घर की फ़ोटो-वीडियो वायरल हुई। फ़ोटो-वीडियो 4 दिन बाद पुलिस ने FIR दर्ज की। यह मामला हरदुआगंज थाने से मात्र 500 मीटर दूर का है।
पुलिस ने क्रॉस प्राथमिकी दर्ज की
जानकारी के मुताबिक दलित समुदाय की नाबालिग बेटी के साथ गाँव के ही मु्न्ना, मोहसिन, इमरान और जीशान ने छेड़खानी। जब उसने विरोध किया तो उसे खींचकर घर ले जाने की भी कोशिश की थी और जातिसूचक अपमानजनक शब्द भी कहे। लड़की के पिता ने इसकी शिकायत की थी तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट कर दी। इसके बाद दोनों पक्ष थाने में पहुँचे और तहरीर दी। पुलिस ने पीड़िता के पिता के साथ-साथ आरोपियों की भी तहरीर लेकर क्रॉस प्राथमिकी दर्ज कर ली।
इसके बाद पुलिस ने आरोरपियों की तहरीर के आधार पर पीड़िता के पिता को आरोपी कर दिया गया। मंगलवार को थाने पहुँचकर कर पीड़ितों ने अपनी नाराजगी जताई। इसके बाद वे अपने घरों के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ लिखवाकर गाँव से पलायन की घोषणा कर दी।
केस दर्ज होने तक बयान देने से इनकार
अतरौली के सीओ विशाल चौधरी ने कहा कि “रविवार की रात को मैं खुद मौके पर गया था। उस दौरान मारपीट की बात सामने आई थी। छेड़खानी जैसी बात नहीं कही गई थी। उसी के अनुसार मुकदमे दर्ज किए गए हैं। अब एक पक्ष की ओर से कुछ अलग आरोप लगाए जा रहे हैं।”
सीओ विशाल चौधरी ने कहा कि अगर इसमें थाना स्तर पर कोई गड़बड़ हुई है तो उसकी जाँच की जाएगी। किसी के साथ पक्षपात या गलत कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह का दबाव बनाना गलत है।
साथ ही उन्होंने पीड़िता से मिलकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया और मकानों पर लिखे नारे को पुतवा दिया है। बुधवार को हरदुआगंज पुलिस पीड़िता के बयान दर्ज करने घर पहुँची। लेकिन पीड़ित परिवार ने मुकदमा दर्ज होने से पहले बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया।