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कौन है अतीक का सफेदपोश साथी? जो नहीं उठा रहा था माफिया डॉन का फोन

कौन है अतीक का सफेदपोश साथी? जो नहीं उठा रहा था माफिया डॉन का फोन, एनकाउंटर के बाद एक नेता को किया फोन

प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में फंसे माफिया डॉन अतीक अहमद को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें कि STF की रडार पर अतीक अहमद मामले में एक सफेदपोश है। मिली जानकारी के मुताबिक, बता दें कि माफिया अतीक अहमद एक सफेदपोश के समंपर्क में था और उसकी मदद से वह मामले पर नज़र बनाए रखा था। इस सफेदपोश से अतीक अहमद ने संपर्क करने की कोशिश की। फेस्टाइम पर अतीक ने कई बार कॉल किया। फेसटाइम पर बात नहीं होने पर अतीक ने नॉर्मल कॉल किया था। उस कॉल को सफेदपोश ने उठा लिया था। जैसे ही कॉल उठा तो अतीक ने कबा, फेसटाइम पर आपको पचासों कॉल की, माननीय…., आप मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहे थे। बात काहे नहीं कर रहे।

अतीक की आवाज सुनते ही नेता ने काटा फोन

माफिया अतीक अहमद की आवाज सुनते ही नेता ने फोन काट दिया। STF को प्रयागराज से जुड़े 3 नेताओं पर शक है।वहीं मिली जानकारी के मुताबिक तीन प्रभावशाली नेताओं में से किसी एक को अतीक अहमद ने कॉल किया था। अब STF की टीम उस नेता की तलाश कर रही है। साथ ही उस नेता से अतीक अहमद के रिश्तों की भी पड़ताल की जा रही है।

शाइस्ता का भी साजिश में हाथ

वो कहते हैं ना पत्नी चाहें तो अपने पति के लिए यमराज से भी लड़ जाए। लेकिन इस केस में यमराज से लड़ने के लिए नहीं बल्कि यमराज के पास पहुंचाने के लिए मोहतरमा ने अपने पति का साथ दिया है। दरअसल, प्रयागराज केस में अतीक की प्तनी शाइस्ता परवीन को लेकर बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सूत्र बताते हैं कि अतीक के जेल जाने के बाद उसके गैंग की कमान शाइस्ता परवीन ने संभाल ली थी। यही नहीं शाइस्ता परवीन ने ही उमेश पाल हत्याकांड की पूरी साजिश रची। बता दें कि पुलिस ने शाइस्ता को 120बी का आरोप बनाया है और 25 हजार का इनाम है। उमेश हत्याकांड को अंजाम देवे से लेकर शूटरों के फरार होने का पूरा प्लान शाइस्ता ने ही बनाया था। हत्याकांड कके बाद उसने हर शूटर को एक-एक लाख रुपए दिए थे।

इसका पता चलने के बाद ही पुलिस ने शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम का एलान किया था, लेकिन पुलिस को ये सब पता चलते-चलते काफी देर हो चुकी थी। वहीं शाइस्ता पुलिस को शुरूआत में गुमराह करती रही और जब तक पुलिस उस पर शिकंजा कसती तब तक वो उसकी पकड़ से दूर हो चुकी थी। उसने न केवल हत्याकांड का आरोप योगी सरकार में मंत्री और उनकी पत्नी पर लगाकर गुमराह किया बल्कि अपने दो नाबालिग बेटों के गुम होने को लेकर कोर्ट में याचिका भी दाखिल करवाई। आज उसकी याचिका पर प्रयागराज के सीजेएम कोर्ट में सुनवाई है।

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