नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के दुधवा-पीलीभीत के तराई में देश का 33वां हाथी अभ्यारण्य विकसित होने जा रहा है। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने शनिवार को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में बताया कि दुधवा-पीलीभीत के तराई में हाथी अभ्यारण्य निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। ये अभ्यारण भारत का 33 वां हाथी अभ्यारण होगा। इस अभ्यारण से सीमापार प्रवासी हाथियों की आबादी के संरक्षण में मदद मिलेगी।
811 वर्ग किमी रहती है ये प्रजातियां
वहीं उन्होंने आगे कहा कि सरकार सभी वन्यजीवों की रक्षा के पथ पर अडिग है। वह निरंतर इसके लिए कार्य कर रही है। गौरतलब है कि दुधवा-पीलीभीत नेशनल पार्क 811 वर्ग किलोमीटर दलदली भूमि, घास के मैदान और घने जंगलों में फैला हुआ है। ये एक बड़ा नेशनल पार्क है। यहां 38 से अधिक स्तनधारियों, 16 प्रजातियों के सरीसृपों और पक्षियों की कई प्रजातियों के लिए सुरक्षित और संरक्षित जगह है। दुधवा नेशनल पार्क में टाइगर, हाथी, चीतल, गैंडा, दलदली हिरण, काकर, जंगली सूअर, सांभर, सुस्त भालू, सांभर, रीसस बंदर, लंगूर, हॉग हिरण, नीला बैल, साही, औटर, कछुए, अजगर, मॉनिटर छिपकली, मोगर, घड़ियाल आदि जंगली जानवर बहुतायत है।