Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
ज्ञानवापी को अगर मस्जिद कहेंगे तो होगा विवाद, सीएम योगी का बड़ा बयान

ज्ञानवापी को अगर मस्जिद कहेंगे तो होगा विवाद, मुस्लिम समाज माने ऐतिहासिक गलती, सीएम योगी का बड़ा बयान

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का मामला आजकल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। अदालत में इसका सर्व कराने को लेकर याचिका दायर की हुई है। जिसपर 3 अगस्त को हाईकोर्ट अपना निर्णय देगी। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कोस को लेकर बड़ा बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ का कहना है कि अगर इसे मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा।सीएम योगी ने पूछा त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखे। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में मुस्लिम पक्ष को आगे आना चाहिए और उन्हे कहना चाहिए कि ऐतिहासिक गलती हुई है, उस गलती के लिए हम चाहते हैं समाधान हों। सीएम योगी एक इंटव्यू के दौरान अपनी बात रख रहे थे।

मुस्लिम समाज माने ऐतिहासिक गलती

इस दौरान ज्ञानवापी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम योगी ने कहा, “भगवान ने जिसको दृष्टी दी है, वह देखे ना, त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है। हमने तो नहीं रखे। वहां ज्योतिर्लिंग हैं, देवप्रतिमाएं हैं। दीवारें चिल्ला चिल्ला कर क्या कह रही हैं? ” उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि मुस्लिम पक्ष की तरफ से प्रस्ताव आना चाहिए, कि साहब ऐतिहासिक गलती हुई है, उस गलती के लिए हम चाहते हैं समाधान हो।”

बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद -श्रृंगार गौरी से जुड़ा मामला अभी अदालत में हैं, यहां कुछ महिलाओं ने मस्जिद परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी के क्षेत्र में पूजा की अनुमति मांगी थी। इसी अर्जी में सर्वे की मांग की गई थी, स्थानीय कोर्ट के आदेश पर बीते दिनों इस परिसर का सर्वे शुरू किया गया था जिसपर मुस्लिम समाज ने आपत्ति जताई थी।

बता दें कि हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि मस्जिद के अंदर शिवलिंग स्थित है, जबकि मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बता रहा है। अभी जब ASI ने सर्वे शुरू किया तो मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा जिसपर अदालत ने दखल देने से मना किया और हाई कोर्ट के पास जाने को कहा। हाई कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई की और 3 अगस्त को अपना फैसला सुनाने को कहा। तबतक एएसआई के सर्वे पर रोक लगा दी गई है।

Exit mobile version