लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही गहमागहमी का माहौल बन गया. कार्यवाही के शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने उपचुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए सदन में काफी हंगामा शुरू कर दिया था. समाजवादी पार्टी के नेता रामगोविंद चौधरी ने रामपुर मैनपुरी में मतदाताओं को धमकाने और वोट नहीं डालने देने का मुद्दा उठाया.
उन्होंने सदन से कार्रवाई की मांगी की और समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की. जब समाजवादी पार्टी के सदस्य सदन के वेल में आकर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. लिहाजा हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. समाजवादी पार्टी ने रामपुर में मतदान में गड़बड़ी और विधानसभा में पुलिस प्रशासन की गुंडागर्दी का मुद्दा उठाया.
हंगामें के बाद कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित
समाजवादी पार्टी के हंगामे को लेकर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि समाजवादी पार्टी जब भी चुनाव हारती है तो हंगामा करती है. आयोग ने निष्पक्षता से उपचुनाव कराया है. समाजवादी पार्टी के हंगामे को लेकर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा जब भी चुनाव हारती है तो हंगामा करने लगती है. चुनाव आयोग ने निष्पक्षता से उपचुनाव कराया है.
सदन में सदस्यों ने फेसबुक पर किया लाइव
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि सदन की कार्यवाही को कुछ सदस्यों की ओर से फेसबुक पर लाइव किया जा रहा है. जो नियमों के विरुद्ध है. उन्होंने कुछ सदस्यों द्वारा फेसबुक लाइव किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सपा विधायक अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव किया था, उन्हें विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही परित्याग करने के निर्देश दिए.
सपा सदस्य लालजी वर्मा ने बजट को बताया निराशाजनक
इस दौरान, समाजवादी पार्टी के सदस्य लालजी वर्मा ने अनुपूरक बजट को लेकर बात करते हुए बताया कि यह बजट निराशाजनक है. हमें उम्मीद थी कि विकास कार्यों के लिए कुछ और फंड मिलेगा. लेकिन, यह सब दिखावा है. उन्होंने आगे कहा कि विभागों को न के बराबर राशि मिली है और जो पहले 2022 का बजट सरकार लाई थी, उसमें सरकार न के बराबर ही खर्च कर पाई है.
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