गाजियाबाद के मोदीनगर ग्राम सीकरी खुर्द की सम्पत्ति लगभग 1800 बीघा भूमि को केन्द्र सरकार द्वारा शत्रु सम्पत्ति घोषित किए जाने पर ग्रामीणों ने तहसील परिसर में पहुंचकर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शत्रु संपत्ति प्रकरण को लेकर तमाम प्रभावित लोग हजारों की संख्या में अपने ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर सीकरी पेट्रोल पंप पर इकट्ठा हुए और वहां से जुलूस के रूप में पैदल मार्च करके मोदीनगर तहसील मुख्यालय पहुंचे।
प्रशासन द्वारा तहसील पर बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया था। कोतवाल मोदीनगर ने किसानों के ट्रैक्टरों को तहसील में घुसने से इंकार करने पर, किसान नेता बबली गुर्जरों व कोतवाल के बीच काफी झड़प होने के बाद किसानों के ट्रैक्टर तहसील के अंदर पहुंचे। सभी ने इकट्ठा होकर एसडीएम के ऑफिस के बाहर धरना शुरू कर दिया। लगभग एक घंटा धरना देने के बाद उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला प्रदर्शकारियों के बीच में पहुंची और किसान नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर ने एसडीएम को बताया कि आज से 22 दिन पहले समिति बनाई गई थी। शत्रु संपत्ति की फाइलों की जाँच करने के लिए जिसमें 8 दिन का समय दिया गया था। लेकिन आज तक जांच शुरू नहीं हुई है, जिसको लेकर सभी प्रभावित लोगों में रोष व्याप्त है और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आज जाँच की फाइनल तारीख निश्चित नहीं होती है तो किसान और मजदूर तहसील से जाने वाले नहीं हैं।

एसडीएम मोदीनगर ने सभी को आश्वस्त करते हुए बताया कि अगले बुधवार 10 तारीख से फाइलों की जांच शुरू हो जाएगी और निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। एसडीएम के आश्वासन पर बबली गुर्जर ने चेतावनी देते हुए धरना समाप्त कराया कि अगर 10 तारीख से जांच शुरू नहीं की गई तो लड़ाई आर-पार की होगी और मोदीनगर तहसील में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा।