लखनऊ, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव जीवा की पेशी के दौरान हत्या कर दी गई। संजीव जीवा मुख्तार अंसारी का करीबी था। संजीव जीवा की हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान विजय यादव के रूप में हुई है। विजय यादव जौनपुर का रहने वाला था। वहीं संजीव जीवा ब्रह्मदत्त मर्डर केस का मुख्य आरोपी था। कोर्ट परिसर में संजीव जीवा पर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद जीवा की मौके पर मौत हो गई। इस हत्याकांड की पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। हत्या को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं।
नेपाल से मिले हथियार
पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी विजय यादव वारदात के दिन ही सुबह लखनऊ गया हुआ था। इसके बाद वो महाराष्ट्र से बहराइच गया और वहां से लखनऊ पहुंचा। वहीं इस केस में खुलासा हुआ है कि आरोपी को वारदात को अंजाम देने के लिए नेपाल से हथियार मिले।
नेपाल से बहराइच हथियार लाए गए थे। यही कारण है कि आरोपी शूटर महाराष्ट्र से बहराइच गया और वहां से हथियार लेकर बस से लखनऊ आया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसको संजीव जीवा को मारने के लिए पैसे दिए गए थे।
शूटर ने 8 गोलियां दागी
गैंगस्टर संजीव जीवा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है उनके शरीर में 16 एंट्री एग्जिट प्वाइंट थे, जिससे साफ है कि शूटर ने 8 गोलियां दागीं। जीवा सीने में 6 गोलियां लगी। वहीं 2 गोलियां बाएं हाथ में लगी।वहीं जीवा हत्याकांड के बाद कोर्ट परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही है।