राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू क्षेत्र में आने वाले राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्यपथ रखने का प्रस्ताव पास हो गया है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) की बैठक में इससे संबधित प्रस्ताव पारित हो गया है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर ‘कर्तव्यपथ’ करने के संबंध में सात सितंबर को एक विशेष बैठक बुलाई थी और प्रस्ताव को परिषद के समक्ष रखा गया था। जिसके बाद प्रस्ताव पारित हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार शाम सात बजे इसका उद्घाटन करेंगे।
अपने नए रूप में कर्तव्य पथ के आस-पास लाल ग्रेनाइट से करीब 15.5 किमी का वॉकवे बना है। बगल में करीब 19 एकड़ में नहर भी है। इस पर 16 पुल बनाए गए हैं। फूड स्टॉल के साथ दोनों तरफ बैठने का भी इंतजाम है। पूरे क्षेत्र के करीब 3.90 लाख वर्ग मीटर में फैली हरियाली भी दर्शनीय है। दिलचस्प यह कि वॉक वे व बेहतर पार्किंग स्थल विकसित करने के साथ पैदल यात्रियों के लिए नए अंडरपास बने हैं। शाम ढलने पर इसका नजारा बदला-बदला होगा। अंधेरा घिरने पर जिन अत्याधुनिक लाइट्स से यह जगमगाएगा, उसका अनुभव ही अलग होगा। शुक्रवार से यह हिस्सा आम लोगों के लिए आम होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। ग्रेनाइट पत्थर पर उकेरी गई इस प्रतिमा का वजन 65 मीट्रिक टन है। बुधवार इसे उसी स्थान पर स्थापित किया गया, जहां बीते 23 जनवरी पराक्रम दिवस पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था।
इस बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आज की बैठक ऐतिहासिक थी। इस स्पेशल मीटिंग में सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव पारित हुआ। राजपथ का नाम पहले किंग्सवे था। हमें गुलामी की हर निशानी को बदलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरा मार्ग और क्षेत्र कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा.’’ ब्रिटिश काल में राजपथ को किंग्सवे कहा जाता था।