UP Solar Energy News: सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए नई नीति पर जोर दिया गया है।
सौर ऊर्जा विकल्पों पर जोर देते हुए सीएम योगी ने नई सौर ऊर्जा नीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा को विकसित करने की योजना पर काम भी शुरू कर दिया गया है। आपको बता दें कि अभी प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को ताप विद्युत घरों से पूरा किया जाता है। ऐसे में अगर सोलर एनर्जी पर जोर दिया गया तो फिर प्रदेश स्तर पर बड़ी राशि को कोयला की खरीद से बचाया जा सकता है। योगी सरकार इन विकल्पों का उपयोग करते हुए प्रदेश की आय को बढ़ाने की कोशिश में है।
योगी सरकार ने अगले 5 सालों में 22 हजार मेगावाट सोलर एनर्जी उत्पादन का लक्ष्य तय किया है। अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने की योजना है। साथ ही, कैदियों को भी सोलर पैनल तैयार करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे कम लागत में सोलर पैनल भी तैयार किए जाने में मदद मिल सकेगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या को ‘मॉडल सोलर सिटी’ के रूप में विकसित करने की महत्वपूर्ण योजना पर काम कर रही है। यह परियोजना अन्य शहरों के लिए मानक प्रस्तुत करेगी। इस संबंध में सभी जरूरी प्रयास निर्धारित समय से किए जाने का निर्देश सीएम की ओर से दिया गया। सीएम ने कहा कि सौर ऊर्जा उत्पादन और भंडारण के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश के लिए अनुकूल माहौल देना होगा। परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के लिए सिंगल विंडो प्रणाली लागू की जाए।
योगी ने कहा कि सौर ऊर्जा क्षेत्र के निवेशकर्ता कंपनियों के लिए भूमि की सुलभ उपलब्धता, पूंजीगत उपायों और अन्य सभी जरूरी सहयोग दिए जाएंगे। नई सौर ऊर्जा नीति तैयार करते समय औद्योगिक जगत से परामर्श करने का निर्देश भी बैठक में दिया गया। निवेशकर्ता संस्थाओं और कंपनियों की जरूरतों को समझ कर कार्य करने को कहा गया है। सभी पक्षों की राय लेते हुए व्यापक विमर्श के बाद नई नीति तैयार की जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में वैकल्पिक ऊर्जा को बढ़ावा दिए जाने को लेकर हुई बैठक में साफ किया गया कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक ऊर्जा की तरफ अब शिफ्ट होना होगा। सीएम योगी ने वैकल्पिक ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा को सबसे उपयोगी माध्यम करार दिया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में इस दिशा में प्रयास हुए हैं, लेकिन ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य के लिए हमें और नियोजित और तेज प्रयास करना होगा। प्रदेश में सौर ऊर्जा उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए ठोस प्रयास किया जाना जरूरी है। पारंपरिक ऊर्जा विकल्पों पर अपनी निर्भरता हमें कम करनी होगी। ऐसे में भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नई सौर ऊर्जा नीति तैयार करनी होगी। योगी ने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले 5 सालों में 22,000 मेगावॉट सोलर पॉवर उत्पादन का होना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि कारागार में बंद कैदियों को सौर ऊर्जा उपकरण बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएं। सौर ऊर्जा पैनल, एलईडी बल्ब आदि बनाने के लिए इनका उपयोग किया जाना चाहिए। सोलर रूफटॉप मॉडल को अपनाने और लागू करने के लिए एमएसएमई और स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जाना उपयोगी होगा।