Bihar की सियासत गरमाई: ‘युवा’ तेजस्वी को कमान, मुकेश सहनी को डिप्टी CM का ताज; NDA से पूछा- आपका नेता कौन?

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने बड़ा ऐलान किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। गहलोत ने कहा कि सभी दलों की सहमति से यह फैसला लिया गया है, और देश के हालात को देखते हुए यह बदलाव जरूरी है।

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Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले, सीटों के बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध को खत्म करते हुए महागठबंधन ने गुरुवार को एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा कर दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पटना के होटल मौर्या में यह ऐलान किया कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, जबकि विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी उपमुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। इस घोषणा के साथ ही महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। गहलोत ने कहा कि सभी घटक दलों की सहमति से यह फैसला लिया गया है और देश के वर्तमान हालात को देखते हुए यह बदलाव जरूरी है।

तेजस्वी और सहनी का ऐलान: एकजुट हुआ महागठबंधन

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने महागठबंधन की एकजुटता पर मुहर लगाते हुए कहा, “सबकी राय लेकर हमने तय किया है कि इस बार के चुनाव में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे।” उन्होंने आगे कहा कि डिप्टी सीएम चेहरे के तौर पर मुकेश सहनी होंगे। गहलोत ने देश की वर्तमान स्थिति, बेरोजगारी, किसान और मजदूर वर्ग की चिंताओं पर जोर देते हुए कहा कि जनता बदलाव चाहती है और इस बार बिहार में बदलाव होगा।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस मौके पर महागठबंधन के सभी शीर्ष नेताओं – लालू प्रसाद यादव, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित अन्य सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन केवल “सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि बिहार बनाने के लिए एकजुट हुआ है।” एनडीए पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा, “ये थके हुए लोग हैं, ये सिर्फ सत्ता के भूखे हैं। हमको अगर तीस महीने का मौका मिले, तो जो काम तीस सालों में इन्होंने नहीं किया है हम वो करके दिखाएंगे।”

एनडीए पर तेजस्वी का हमला

तेजस्वी यादव ने एनडीए पर आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ “अन्याय” कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि एनडीए के चुनाव प्रचार में नीतीश कुमार के चेहरे का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है और उनके नाम की आधिकारिक घोषणा न करना भी अन्याय है। उन्होंने एक बार फिर महागठबंधन की एकजुटता को दोहराते हुए कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य बिहार का निर्माण करना है।

पप्पू यादव और बीजेपी की प्रतिक्रिया

Bihar महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पोस्टर में केवल तेजस्वी यादव की तस्वीर होने पर जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख पप्पू यादव ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “किसी और नहीं, राहुल गांधी की फोटो पर ही वोट पड़ेंगे।” उन्होंने सीटों के निष्पक्ष बंटवारे पर भी जोर दिया।

वहीं, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा, “आपसी मतभेद चल रहा है, एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं। ऑफिस में बैठकर दिखा रहे हैं कि हम सब एक हैं। ये लोग सरकार नहीं चला सकते हैं। कांग्रेस और RJD की दोस्ती संभव नहीं है।”

गहलोत ने सुलझाई थी ‘गुत्थी’

Bihar मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर कांग्रेस और आरजेडी के बीच तनाव की खबरें सामने आ रही थीं। कांग्रेस पहले तेजस्वी के नाम पर सहमत नहीं थी, जबकि आरजेडी का पूरा प्रचार अभियान ‘तेजस्वी सरकार’ पर केंद्रित था। बुधवार को अशोक गहलोत पटना पहुंचे और उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु को भी बातचीत में आई रुकावट के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था, जो इस बैठक में मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, गहलोत की मध्यस्थता के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सहमति जता दी।

Bihar सीटों के निष्पक्ष बंटवारे पर भी गहलोत ने जोर दिया, क्योंकि मतभेद के चलते लगभग छह सीटों पर कांग्रेस-आरजेडी, चार पर भाकपा-कांग्रेस और दो पर वीआईपी-आरजेडी के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी, जहां घटक दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे। गहलोत की पहल से महागठबंधन के बीच की यह ‘गुत्थी’ सुलझ गई और एक साझा नेतृत्व के साथ चुनाव मैदान में उतरने का रास्ता साफ हो गया।

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