Bihar Elction 2025: बिहार की सियासी पिच पर गठबंधन और बगावत का जोरदार खेल जारी है! एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर मचे घमासान के बीच एक ‘महाभारत’ सुलझने और दूसरा शुरू होने की खबर है। जहां उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा और विधान परिषद की सीट का ‘इनाम’ देकर चिराग पासवान से उनका ‘विवाद’ शांत कराया गया, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू ने चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के दावे वाली कई सीटों पर उम्मीदवार उतारकर बड़ा सियासी संदेश दिया है। इन सबके बीच, चिराग पासवान पर अपने खानदान को राजनीति में ‘सेट’ करने का गंभीर आरोप लगा है। रामबिलास पासवान के नाती सीमांत मृणाल को टिकट दिए जाने पर सवाल उठ रहे हैं, जिससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी की खबरें हैं।
उपेंद्र कुशवाहा की ‘लॉटरी’ और चिराग-कुशवाहा विवाद का अंत
Bihar एनडीए के अंदर एक बड़े ‘पेच’ को सुलझा लिया गया है। महुआ सीट को लेकर चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा के बीच चल रहा विवाद खत्म हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह सीट अब चिराग पासवान को मिल गई है, जिसके बाद उपेंद्र कुशवाहा मान गए हैं। बदले में, सूत्रों का दावा है कि उपेंद्र कुशवाहा को दोबारा राज्यसभा भेजा जाएगा और उन्हें एक विधान परिषद (MLC) की सीट भी दी जाएगी।
नीतीश का ‘पलटवार’: चिराग के दावे वाली सीटों पर जेडीयू का ‘कब्जा’
हालांकि, एक विवाद खत्म हुआ तो दूसरे ने तूल पकड़ लिया। जेडीयू ने बुधवार को अपने 57 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चिराग पासवान को चौंका दिया है। इस लिस्ट में 5 मंत्री, 3 बाहुबली और 4 महिलाएं शामिल हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जेडीयू ने चिराग पासवान के दावे वाली सोनबरसा, मोरवा, एकमा, राजगीर और अलौली (कुल 5 सीटों) पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
- सोनबरसा: रत्नेश सदा (मंत्री)
- मोरवा: विद्यासागर निषाद
- एकमा: धूमल सिंह (बाहुबली)
- राजगीर: कौशल किशोर
- अलौली: (उल्लेख)
Bihar जेडीयू की इस लिस्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर ‘चाचा’ नीतीश कुमार और ‘भतीजे’ चिराग पासवान के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। चर्चा यह भी है कि बीजेपी और चिराग पासवान ने मिलकर नीतीश कुमार की पार्टी को ऐसी 29 सीटें दी हैं, जिनमें से 11 पर जेडीयू के मौजूदा विधायक हैं।
चिराग पर ‘परिवारवाद’ का रंग: रामबिलास की तीसरी पीढ़ी की एंट्री
Bihar की राजनीति में ‘परिवारवाद’ का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। एलजेपी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान पर अपने खानदान को राजनीति में लाने का आरोप लगा है। पहले उनके जीजा और अब उनके बेटे यानी रामबिलास पासवान के नाती सीमांत मृणाल को गड़खा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाने की तैयारी है। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि इससे पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं और निष्ठावान नेताओं में भारी नाराजगी है।
जेडीयू की पहली सूची में ‘जाति’ और ‘बाहुबली’ का कॉकटेल
जेडीयू की 57 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में सामाजिक समीकरण साधने की भरपूर कोशिश की गई है। 30 सीटों पर उम्मीदवार बदले गए हैं, जबकि 27 को फिर मौका मिला है। लिस्ट में 3 बाहुबली (अमरेंद्र कुमार पांडेय, धूमल सिंह और अनंत सिंह) भी हैं। जातीय समीकरण की बात करें तो कुर्मी-कुशवाहा (लव-कुश) को बड़ी संख्या में टिकट मिले हैं, लेकिन पार्टी ने एक भी मुस्लिम को उम्मीदवार नहीं बनाया है। 10 अनुसूचित जाति (SC) के प्रत्याशियों को टिकट देकर जेडीयू ने सामाजिक न्याय पर फोकस बनाए रखा है। कल्याणपुर से मंत्री महेश्वर हजारी को दोबारा टिकट मिला है, जबकि उनके बेटे ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़ा था।
एलजेपीआर की 29 सीटें लगभग फाइनल
इन सबके बीच, चिराग पासवान की एलजेपीआर की 29 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम लगभग फाइनल हो गए हैं। कल उन्होंने अपने 4 उम्मीदवारों को सिंबल दिया था। लिस्ट में महुआ सीट भी शामिल है, जो अब उन्हें मिल चुकी है।