आज सुबह दो देशों की यात्रा से पीएम मोदी सीधे बेंगलूरु पहुंचे। यहां पीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों को संबोधित करने के साथ रोड शो भी किया। रोड शो में पीएम मोदी को देखने के लिए लोगों को भारी भीड़ इकट्ठी हुई। रोड शो के बाद पीएम इसरो के हेड ऑफिस पहुंचेे और चंद्रयान-3 की सफलता के लिए ISRO के सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी। जिसके बाद तालियों की गड़गड़हाट थम नहीं रही थी। BRICS और ग्रीस का दौरा खत्म कर बेंगलुरु पहुंचे पीएम मोदी ने कुछ सेकंड पहले ही वह ऐलान किया था, जिसने हर वैज्ञानिक का चेहरा खिला दिया था। यह ऐलान था चंद्रयान-3 की कामयाबी के नामकरण का।
बता दें कि पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए जैसे 23 अगस्त को हर साल नैशनल स्पेस डे के तौर पर मनाने का ऐलान किया। पूरा हॉल मानों जोश से भर गया। मोदी ने कहा कि भारत ने इसी दिन चांद पर तिरंगा फहराया है, इसलिए इस दिन को अब नैशनल स्पेस डे यानी राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप मेंमनाया जाएगा। पीएम मोदी ने इस दौरान दो नामकरण और भी किए। उन्होंने कहा कि जिस जगह चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने अपने पांव अंगद की तरह जमाए हुए हैं, उसका नाम शिव शक्ति पॉइंट रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि टचिंग पॉइंट का नाम रखने की वैज्ञानिक परंपरा है। ऐसे में शिव शक्ति से बेहतर नाम कुछ हो नहीं सकता, क्योंकि इससे हिमालय से लेकर कन्याकुमारी तक भारत के एक होने का बोध होता है। उन्होंने इसके साथ ही चार साल पहले चंद्रयान-2 के मिशन के दौरान चांद की सतह के चूमने वाले उसके लैंडर विक्रम के टचिंग पॉइंट को भी तिरंगा नाम दिया।
देश का राष्ट्रीय गौरव भी चंद्रमा पर: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की बधाई देते हुए कहा, “यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। यह अनंत ब्रह्मांड ने वैज्ञानिक उपलब्धि की जोरदार उद्धघोषणा है। “उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, ” आपने एक पूरी पीढ़ी को जागृत किया है और उन पर गहरी छाप छोड़ी है…, आप मेंक इन इंडिया को चंद्रमा तक लेकर गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत चंद्रमा पर है और देश का राष्ट्रीय गौरव भी चंद्रमा पर है।
दुनियाभर के लोगों में जोश
वहीं इसरो टेलीमेट्र ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क रवाना होने से पहले एचएएल हवाई अड्डे के बाहर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह देश लौटने पर इसरो के वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने के लिए सबसे पहले इस शहर में आने से स्वयं को रोक नहीं पाए. विज्ञान और भविष्य में विश्वास करने वाले दुनियाभर के लोगों में भारत की इस उपलब्धि को लेकर उत्साह है. उन्होंने कहा, ‘‘न केवल भारतीयों, बल्कि विज्ञान में भरोसा रखने वाले, भविष्य की ओर देखने वाले और मानवता के प्रति समर्पित दुनियाभर के लोगों में उत्साह है.’’ मोदी ने उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आए बेंगलुरु के लोगों को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं देख रहा हूं कि बच्चों समेत ये लोग सुबह इतनी जल्दी उठकर आए हैं.