अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को G20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए नई दिल्ली पहुंचने के बाद सीधा प्रधानमंत्री आवास पहुंचे। इस दौरान उनका प्रधानमंत्री मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं दोनों नेताओं के बीच करीब 52 मिनट तक बातचीत होती रही। इस बीच दोनो नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
भारत में G 20 शिखर सम्मेलन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन G 20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली पहुंचे@JoeBiden @PMOIndia @narendramodi #G20India2023 #G20SummitDelhi #G20Bharat #G20IndiaPresidency #news1india pic.twitter.com/nZJp55XeAU
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बता दें कि इस मुलाकात को लेकर PMO ने कहा कि कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई है। दोनों नेता की बातचीत इस बात पर केंद्रित खी कि भारत और अमेरिका के रिश्ते और मजबूत किए जाएं। उनकी चर्चाओं में कई तरह के मुद्दे शामिल रहे और इससे भारत और अमेरिका के बीत संबंध और गहरे होंगे। इसके पहले बाइडेन के पालम एयरपोर्ट पर उतरने के बाद केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने उन्हें रिसीव किया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसके बाद भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी और उनकी बेटी माया से भी मिले। आपको बता दें कि दोनों नेताओं ने जून, 2023 में वाशिंगटन में हुई अपनी मुलाकात के दौरान जीई जेट इंजन और डब्लूटीओ विवाद को सुलझाने को लेकर जो बातचीत की थी, उसकी भी समीक्षा की। वहीं पांच महीनों में यह दोनों नेताओं के बीच तीसरी मुलाकात थी।
जानिए मोदी और बाइडन की मुलाकात में कौन-कौन से मुद्दे उठे?
क्वाड नेताओं की मई, 2023 में जापान में बैठक हुई थी, जिसमें क्वाड के तहत मौजूदा वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवस्था की जगह एक दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था बनाने पर बात हुई थी। मोदी और बाइडेन के बीच मुलाकात में भी यह मुद्दा उठा। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सेमीकंडक्टर निर्माण से जुड़ी आपूर्ति श्रृंखला को विश्वस्त बनाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। इस संबंध में अमेरिकी कंपनियों की तरफ से भारत में निवेश करने के फैसले का स्वागत किया गया है।
PM Shri @narendramodi holds bilateral talks with @POTUS ahead of the G20 Summit in New Delhi.#G20India pic.twitter.com/JBSDsY1LPt
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न्यूक्लियर एनर्जी पर भी हुई चर्चा
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने स्वतंत्र, खुले, समावेशी और लचीले इंडो-पैससिफिक का समर्थन करने में क्वाड के महत्व की पुष्टि की । साथ ही PM मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने न्यूक्लियर एनर्जी में भारत-अमेरिक सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए दोनों पक्षों की संस्थाओं के बीच जारी परामर्श का स्वागत किया।
31 जनरल एटॉमिक्स MQ -9B देने पर जताई सहमति
बाइडेन ने 31 जवरल एटॉमिक्स MQ -9B यानी खुफिया विमान देने पर सहमति जताई। ये एक निगरानी विमान है, जिससे खुफियाजानकारी एकत्र की जा सकती है। इससे सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूती मिलेगी। साथ ही सशस्त्र बलों की क्षमताओं में भी इजाफा होगा।
5 साल में 400 मिलियन US डॉलर भारत में करेगा निवेश
भारत में अमेरिका अगले 5 साल में 400 मिलियन US डॉलर भारत में निवेश करेगा। साथ ही परिवहन क्षेत्र को डीकार्बोनाइजिंग करने के महत्व को दोहराते हुए बाइडेन ने भारत में इलेक्ट्रिक गतिशीलता का विस्तार करने का स्वागत किया। इसमें सार्वजनिक और निजि दोनो फंडों के माध्यम से फंडेड पेमेंट सिक्योरिटी सिस्टम के लिए संयुक्त समर्थन भी शामिल हैं। इससे भारतीय PM e-Bus सेवा कार्यक्रम समेत भारत में निर्मित 10,000 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद में तेजी आएगी। जिसमें संबंधित चार्जिंग बुनियादी ढांचा शामिल होगा। दोनों देश ई-मोबिलिटी के लिए वर्ल्ड सप्लाई चेन में विविधता लाने में मदद करने पर सहमत हुए।