Anna Hazare: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद राजनेताओं की प्रतिक्रियाएँ लगातार आ रही हैं। इस बीच, समाजसेवी अन्ना हज़ारे का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही अरविंद केजरीवाल से कहा था कि राजनीति में मत जाओ।
अन्ना हज़ारे ने कहा कि मैंने केजरीवाल से कहा था कि यदि आप समाज की सेवा करेंगे तो आप महान व्यक्ति बनेंगे। उन्होंने कहा कि कई वर्षों तक हम (केजरीवाल और हज़ारे) साथ रहे। उस समय मैंने अरविंद से कई बार कहा कि राजनीति में मत जाओ। समाज सेवा में आनंद है, उसका आनंद लो। अन्ना हज़ारे ने कहा कि लेकिन केजरीवाल के दिल में कुछ और था और आज जो होना था वो हो गया। उनके दिल में क्या है, ये मैं नहीं जानता।
Watch: On Delhi CM Arvind Kejriwal, Anna Hazare says, "I had told Kejriwal earlier not to enter politics and to focus on serving society instead; he would have become a great person. We were together for many years, and I repeatedly advised him not to enter politics, as social… pic.twitter.com/S2M8SjQEHn
— IANS (@ians_india) September 15, 2024
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर भी टिप्पणी
वैसे, यह पहली बार नहीं है कि अन्ना हज़ारे ने केजरीवाल पर टिप्पणी की है। इससे पहले जब मार्च में केजरीवाल गिरफ्तार हुए थे, तब भी उन्होंने कहा था कि केजरीवाल ने उनकी बात नहीं मानी। उस समय, उन्होंने कहा था कि उन्हें दुःख है कि अरविंद केजरीवाल, जो उनके साथ काम करते थे और शराब के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते थे, अब शराब नीति बना रहे हैं।
‘मुझे दुःख है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी’
हज़ारे ने यह भी कहा था कि केजरीवाल की गिरफ्तारी उनके खुद के कर्मों का परिणाम है। उन्होंने कहा था कि मैंने केजरीवाल को दो पत्र लिखे थे और उनसे ऐसा न करने को कहा था। मुझे दुःख है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी। अन्ना हज़ारे और अरविंद केजरीवाल ने मिलकर देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाई थी और एक बड़ा आंदोलन किया था। केजरीवाल ने अन्ना आंदोलन के बाद ही आम आदमी पार्टी का गठन किया था।
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मुख्यमंत्री पद छोड़ने की घोषणा
मार्च में शराब घोटाले के मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी। केजरीवाल पिछले 6 महीने से दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद थे। वह दो दिन पहले ही जमानत पर बाहर आए हैं। रविवार को उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि आज से दो दिन बाद वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।
‘जनता से ईमानदारी का प्रमाणपत्र लूंगा’
उन्होंने कहा कि अब वह तभी मुख्यमंत्री पद पर बैठेंगे जब जनता उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र देगी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में वह लोगों से अपील करना चाहते हैं कि अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार हैं तो मुझे वोट दें, और अगर आपको लगता है कि मैं दोषी हूं तो मुझे वोट न दें।