बेंगलुरु पुलिस के अनुसार, इस मामले में प्राथमिक जांच और तत्काल कार्रवाई की जाने की आवश्यकता थी जिसके लिए वे तत्काल अक्षमता प्राप्त करने के लिए अदालत से प्राधिकृति प्राप्त की। वे बेंगलुरु में उपलब्ध सभी आवश्यक संसाधनों का उपयोग करके अनुसंधान किया, जैसे कि शामिल शामिलियों के साथ जांच, और साक्षात्कार करते हुए आरोपियों के खिलाफ प्रमाण प्राप्त किया।
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दरअसल, 33 साल के ऑटो चालक रेणुका स्वामी का शव 9 जून को बेंगलुरु में एक फ्लाईओवर के पास मिला था। इसके सिर्फ दो दिन बाद, यानी 11 जून को, कर्नाटक पुलिस ने एक्टर दर्शन को गिरफ्तार कर लिया था। उन पर आरोप है कि पवित्रा गौड़ा के इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक मैसेज और कमेंट्स को लेकर उन्होंने कुछ लोगों से रेणुका स्वामी की हत्या करने के लिए आदेश दिया था। माननीय दरअसल, इंडिया टुडे से जुड़े नागार्जुन द्वारकानाथ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी की। उन्होंने मामले की जांच के दौरान बेंगलुरु वेस्ट के DCP एस गिरीश की जांच के माध्यम से बड़ी सफलता हासिल की है। इस जांच के परिणामस्वरूप, असिस्टेंट कमिश्नर चंदन कुमार ने एक्टर को गिरफ्तार किया है।