नई दिल्ली : बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान में पिछले दो दिनों में जबरदस्त हिंसा फैलाई है, जिससे पाकिस्तानी सेना की स्थिति खस्ता हो गई है।
बीएलए ने पाकिस्तान में रह रहे चीनी नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने की चेतावनी दी है और धमकी दी है कि यदि उनके इलाके में कोई चीनी नागरिक मिला, तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए बलूच आर्मी ने विशेष यूनिट भी बनाई है। हाल ही में, बीएलए के आत्मघाती दस्तों ने पाकिस्तान में भारी तबाही मचाते हुए 70 से अधिक लोगों की हत्या कर दी, जिसमें पाकिस्तानी सेना और पुलिस के 14 जवान भी शामिल हैं।
CPEC के खिलाफ जारी है ऑपरेशन
असल में, पाकिस्तान में चीन CPEC (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) का निर्माण कर रहा है, जिसके लिए चीन ने भारी मात्रा में निवेश किया है। चीन को उम्मीद है कि इसका प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक पूरा होगा, लेकिन बलूच लड़ाकों द्वारा पाकिस्तानी सेना के खिलाफ उठाए गए कदमों से यह स्पष्ट हो रहा है कि चीनी प्रोजेक्ट पर एक बार फिर संकट आ सकता है। CPEC के निर्माण के लिए चीन ने बड़ी संख्या में अपने इंजीनियरों और अधिकारियों को पाकिस्तान में तैनात किया है।
इसके साथ ही, पाकिस्तान ने बलूच लड़ाकों से निपटने के लिए जून महीने में ‘अजम ए इस्तेखाम’ नामक ऑपरेशन शुरू किया था। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि इस ऑपरेशन से वह बलूच आर्मी को नियंत्रित कर सकेगा, लेकिन यह रणनीति पाकिस्तान के खिलाफ ही जा रही है। ऑपरेशन के शुरू होने के बाद से बलूच लड़ाके और भी ज्यादा भड़क गए हैं और पाकिस्तानी सेना पर हमलों को तेज कर दिया है। इन हमलों में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA), बलूच लिबरेशन फ्रंट (BLF), और तहरीक-ए-तालिबान (TTP) मिलकर काम कर रहे हैं।