नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी घोषणा की है। एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA)लागू हो जाएगा।
CAA पर विपक्ष कर रहा गुमराह
गृह मंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि विपक्ष मुस्लमानों को CAAपर गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि CAA कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा। इस कानून का उदेश्य धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे पाकिस्तानी, अफगानिस्तानी और बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देना है।
कांग्रेस वादों से मुकर गई
गृह मंत्री ने कहा कि CAA कांग्रेस का वादा है जिसे हम पूरा कर रहें है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “जब देश का विभाजन हुआ और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जा रहा था। उस दौरान वे सभी भारत आना चाहतें हैं। तब कांग्रेस ने उन लोगों से वादा किया था कि भारत में उन्हें नागरिकता दी जाएगी। जिसे बीजेपी द्वारा पूरा किया जा रहा है।
2019 में पारित हुआ था विधेयक
ज्ञात हो कि संसद में 2019 में CAA विधेयक पारित हुआ है। जिसे राष्ट्रपति की अनुमति मिलने एक बाद देशभर में प्रदर्शन शुरू हुआ था। CAA विधेयक को संसद में 105 के तुलना में 125 वोट से पारित किया गया था। इसके बाद राष्ट्रपति द्वारा भी इस विधेयक को 12 दिसंबर को मंजूरी दे दी गई थी। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर सरकार जहां इसे ऐतिहासिक कदम बता रही है। वहीं विपक्ष और मुस्लिम संगठन द्वारा इसका विरोध किया जा रहा। CAAका फुल फॉर्म Citizenship Amendment Act है। संसद में पास होने से पहले यह Citizenship Amendment Bill था। जिसपर राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद यह नागरिक संशोधन कानून Citizenship Amendment Act) बन गया है।