Delhi: राजधानी में बाबा साहेब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही 13 महिलाओं ने आरोप लगाया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर सलीम शेख ने उनके साथ मारपीट और यौन उत्पीड़न किया है. इससे जनता में व्यापक गुस्सा और आक्रोश है. कॉलेज परिसर (Delhi) के बाहर प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके चलते पुलिस बल की तैनाती की गई है.
महिला आयोग ने इस मामले को स्वीकार किया है और कॉलेज के निदेशक-प्रिंसिपल को नोटिस भेजकर चार दिनों के भीतर जवाब मांगा है. घटना के खुलासे से लोगों में आक्रोश भड़क गया है. सोमवार (18 मार्च) को हिंदू संगठनों द्वारा कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसके कारण पुलिस की उपस्थिति हुई.
परीक्षा के दौरान किया यौन उत्पीड़न
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना दिल्ली के रोहिणी इलाके में हुई. इस इलाके में डॉ. बाबा भीमराव अंबेडकर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज देश के विभिन्न हिस्सों से छात्रों को आकर्षित करता है. सलीम शेख इसी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. 31 जनवरी को सलीम शेख की देखरेख में VIVA परीक्षा आयोजित की गई थी. आरोप बताते हैं कि इस VIVA के दौरान उन्होंने दो छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया. शुरुआत में मामला दबा दिया गया, लेकिन धीरे-धीरे अन्य लड़कियां भी सामने आने लगीं और आरोप लगाने लगीं कि वे सलीम शेख के शारीरिक और यौन उत्पीड़न की शिकार हैं.
22 फरवरी को दर्ज हुआ था केस
22 फरवरी, 2024 को सहायक प्रोफेसर सलीम शेख के खिलाफ एक पुलिस शिकायत दर्ज की गई थी, जिस पर कथित तौर पर 13 एमबीबीएस छात्रों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे. इस शिकायत के बाद दिल्ली (Delhi) के रोहिणी नॉर्थ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई. पीड़ितों ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की गुहार लगाई है. एफआईआर दर्ज होने के 20 दिन से अधिक समय बाद, हिंदू संगठनों को मामले की जानकारी दी गई, जिसके बाद कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. सोमवार को कॉलेज गेट पर जबरदस्त प्रदर्शन हुआ.
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प्रदर्शन में महिलाओं का प्रमुख योगदान
विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर सलीम शेख को बचाने के लिए कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने प्रमुख भूमिका निभाई, एक महिला ने कहा, “हम इस जगह को दण्ड से मुक्ति का अड्डा नहीं बनने देंगे.” विरोध प्रदर्शन के कारण कॉलेज के बाहर सड़क पर यातायात ठप हो गया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस बल पहुंचा और स्थिति का जायजा लेने के बाद भीड़ को तितर-बितर किया. इस बीच, महिला आयोग ने घटना पर संज्ञान लिया है और डॉ. भीमराव अंबेडकर मेडिकल कॉलेज के निदेशक-प्रिंसिपल को नोटिस जारी कर चार दिनों के भीतर जवाब मांगा है.